बांका: कोरोना संक्रमण के कारण इस साल पर्व त्योहारों के जश्न पर ग्रहण लगा हुआ है. धनतेरस को लेकर बाजार में चहल-पहल तो है, लेकिन खरीदार नजर नहीं आ रहे हैं. ऑटोमोबाइल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और बर्तनों से बाजार गुलजार है. हालांकि, ग्राहकों को लुभाने के लिए मार्केट में ऑफरों की भरमार है. इसके बावजूद ग्राहक दुकानों से कोसो दूर हैं.
आर्थिक तंगी की मार
इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी आनंद मोहन मिश्र की माने तो बाजार की स्थिति बिल्कुल स्थिर और गिरा हुआ है. कोरोना महामारी को लेकर लगे लॉकडाउन के चलते लोग आर्थिक तंगी से उबर नहीं पाए हैं. मध्यमवर्गीय और निचले तबके के लोगों के पास खरीदारी के लिए पैसे नहीं है. इसलिए मार्केटिंग का बुरा हाल है. बाजार में आम लोगों की भीड़ तो है, लेकिन लोग रोजमर्रा की वस्तुओं की खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं. इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल सहित अन्य शोरूम में कोई भी भीड़ नहीं है.
खरीदारी के लिए नहीं हैं पैसे
बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स के जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि कोरोना को लेकर आम लोग संशय में हैं. लगातार लॉकडाउन और चुनाव के चलते महंगाई चरम पर पहुंच गई है. गरीबों को काफी कठिनाइयों के दौर से गुजारना पड़ रहा है. लोगों के पास खरीदारी के लिए पर्याप्त पैसे नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले साल लगभग 10 करोड का कारोबार हुआ था. लेकिन इस साल तीन करोड़ का आंकड़ा पहुंच जाए यही काफी है. पर्व को लेकर बाजार में पूंजी लगी हुई है, लेकिन उस हिसाब से खरीद बिक्री नहीं हो पा रही है.