बांका: बांका में मानसून के आते ही जहां किसानों में खुशी छा गई है. वहीं आम जनजीवन के लिए यह मानसून आफत लेकर आया है. खासकर बांका मुख्यालय में चांदन नदी पुल पहले ही टूट चुका है. जिसके कारण यातायात बंद था. लेकिन पैदल यात्री और छोटे-छोटे वाहनों के लिए बनाया गया डायवर्सन भी बाढ़ से बह गया है.
जिससे बांका मुख्यालय से कई गांव का संपर्क टूट गया है. इस कारण बांका से भागलपुर, दुमका, पूर्णिया, नेपाल, सहित अन्य जगहों पर आने-जाने वाले वाहन को भी दूसरे रास्ते से जाना पड़ता है.
गंगटी नदी पर बना पुलिया धराशायी
डायवर्सन टूटने के बाद पैदल यात्री उसी जर्जर पुल से गुजरते थे. जिसके कारण सड़क और पुल कई जगह से पूरी तरह टूट गया है. वहीं असरगंज-शंभुगंज के पास गंगटी नदी पर बना पुलिया भी पहली बारिश में ही धराशायी हो गया. जिससे शंभुगंज-असरगंज मार्ग पर भी यातायात बाधित हो गया है.
पुल निर्माण बाधित
इसी प्रकार चांदन प्रखंड के नावाडीह घाट का पुल निर्माण इस बारिश में बाधित हो गया है. जिसकी वजह से इस साल भी 38 गांव का संपर्क चांदन से देवघर से नहीं हो सकेगा.
लोगों की बढ़ी परेशानी
शुरुआती दौर में इस प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर लोग आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए अभी से सतर्क होने लगे हैं. हर वर्ष बाढ़ की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में कई मिट्टी के मकान भी टूटने शुरू हो गए हैं. एक तरफ कोरोना की मार वहीं दूसरी ओर वर्षा की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ गई है.