बांकाः बांका नगर परिषद के केवलडीह स्थित वार्ड नंबर दो के 200 से अधिक महादलित समुदाय के लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं. दरअसल, वर्षों से महादलित समुदाय के लोग जिस रास्ते का आने-जाने में इस्तेमाल कर रहे थे, उस रास्ते को गांव के ही अमीर मंडल ने अपनी निजी जमीन बता कर घेर दिया है. इससे महादलित समुदाय के लोगों को आने-जाने पर पाबंदी लग गई है.
गड्ढा खोदकर रोका रास्ता
ग्रामीणों ने बताया कि जिस रास्ते को अमीर मंडल ने रोका है सालों से हम उसी रास्ते पर चलते आए हैं. अमीर मंडल ने गड्ढा खोदकर रास्ते को बांस से घेर दिया है. अमीर मंडल का कहना है कि यह उनकी निजी जमीन है और वे इसपर चलने नहीं देंगे. इसे लेकर हमने प्रशासन को भी सूचना दी, लेकिन वहां आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला.
"वर्षो से इसी रास्ते का इस्तेमाल करते आ रहे हैं. लेकिन अमीर मंडल इसे अपनी निजी जमीन बता रही है. इसको लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर सिर्फ आश्वासन ही मिला. पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है."- नवीन कुमार, ग्रामीण
"साल 1905 के पहले से यह हमारी जमीन है. जमीन पर फसल लगी हुई है. इस पर हम कुछ भी कर सकते हैं. इस जमीन से होकर कभी रास्ता नहीं रहा है. महादलित समुदाय के लोगों को अपनी जमीन पर चलने नहीं देंगे अगर उन्हें रास्ता चाहिए तो सरकार से मांगे."- अमीर मंडल
की जाएगी उचित कार्रवाई
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुमित्रानंदन ने बताया कि अमीर मंडल को परिषद की ओर से नोटिस दिया गया है. इसका जवाब अब तक नहीं मिल पाया है. जवाब नहीं मिलने की स्थिति में स्थल का निरीक्षण किया जाएगा और मामले को सुलझाने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी.