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बांका में 80 से अधिक घर अंधेरे में जीने को मजबूर, फोन चार्ज करने के लिए बगल के गांव जाते, पानी तक के लिए तरसे - Banka news

Lights out in Banka: बांका का महगामा गांव पिछले एक महीने से अंधकार में डूबा पड़ा है. अमरपुर विद्युत विभाग की लापरवाह की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर में आई खराबी के बाद सहायक अभियंता को आवेदन देकर समस्या से अवगत भी कराया है, लेकिन अभी तक इसका सामाधान नहीं किया गया है.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 1, 2023, 8:36 PM IST

बांका: बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब भी अपनी अपलब्धियों के बारे में लोगों को अवगत कराते है, वह एक ना एक बार बिजली आपूर्ति को लेकर जरूर कहते है. बिजली को लेकर वह एक से एक दावे को करते है, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण उनकी तमाम बाते धूमिल हो जाती है. ताजा मामला बांका जिले से सामने आ रहा है. जहां अमरपुर विद्युत विभाग की लापरवाह के कारण महगामा गांव के लोग लगभग एक माह से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं.

विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी: वहीं, ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी के बाद सहायक अभियंता को आवेदन देकर समस्या से अवगत कराया है. लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर बदलने या फिर तकनीकी खराबी को दूर नहीं किया गया है. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव स्थित ट्रांसफार्मर के समीप जमकर हंगामा करते हुए विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. जिससे गांव में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.

80 घरों में विद्युत आपूर्ति बाधित: विभाग की लापरवाही से आक्रोशित लोगों ने गांव में लगे सभी विद्युत पोल एवं तार को हटाने की मांग की है. जिसे गांव के ही कुछ लोगों ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में विद्युत ट्रांसफार्मर में आग लग गया था, जिससे गांव को लगभग 80 घरों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी. इसको लेकर ग्रामीण ने सहायक अभियंता को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए नया ट्रांसफार्मर लगाने का मांग की थी. लेकिन विभाग द्वारा अभी तक नजरअंदाज किए हुए हैं.

पानी सप्लाई भी बाधित: ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में बिजली नहीं रहने से नल-जल योजना का पानी सप्लाई भी बाधित है. ऐसे में पूरे गांव में पेयजल का संकट बना हुआ है. पहाड़ी एवं जंगली इलाका होने के कारण शाम होते ही अनजाने भय का खतरा महसूस होने लगता है. मोबाइल चार्ज करने के लिए पड़ोस के गांव में जाना पड़ता है. बिजली नहीं रहने के कारण पिछले एक माह से गांव के लोगों का दिनचर्या ही बदल गया है.

"अगर दो दिनों के अंदर विभाग द्वारा विद्युत ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया तो प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा. हम ने डीएम से गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल करने की दिशा में आवश्यक कारवाई की मांग की है." - राधे मंडल, ग्रामीण.

महगामा गांव में विद्युत ट्रांसफार्मर खराब है. गांव की जनसंख्या एवं उपभोक्ता की संख्या को देखते हुए वर्तमान ट्रांसफार्मर की क्षमता के बदले उच्च क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया जाना है. इसको लेकर विभागीय प्रक्रिया चल रही है. दो से तीन दिन के अंदर नया ट्रांसफार्मर लगा दिया जायेगा. - अरविंद कुमार, सहायक अभियंता

इसे भी पढ़े- रातभर बिजली नहीं आने से परेशान ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, आंधी में ट्रांसफार्मर गिरने से आपूर्ति ठप

बांका: बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब भी अपनी अपलब्धियों के बारे में लोगों को अवगत कराते है, वह एक ना एक बार बिजली आपूर्ति को लेकर जरूर कहते है. बिजली को लेकर वह एक से एक दावे को करते है, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण उनकी तमाम बाते धूमिल हो जाती है. ताजा मामला बांका जिले से सामने आ रहा है. जहां अमरपुर विद्युत विभाग की लापरवाह के कारण महगामा गांव के लोग लगभग एक माह से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं.

विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी: वहीं, ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर में आई तकनीकी खराबी के बाद सहायक अभियंता को आवेदन देकर समस्या से अवगत कराया है. लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर बदलने या फिर तकनीकी खराबी को दूर नहीं किया गया है. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव स्थित ट्रांसफार्मर के समीप जमकर हंगामा करते हुए विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. जिससे गांव में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा.

80 घरों में विद्युत आपूर्ति बाधित: विभाग की लापरवाही से आक्रोशित लोगों ने गांव में लगे सभी विद्युत पोल एवं तार को हटाने की मांग की है. जिसे गांव के ही कुछ लोगों ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया. इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में विद्युत ट्रांसफार्मर में आग लग गया था, जिससे गांव को लगभग 80 घरों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी. इसको लेकर ग्रामीण ने सहायक अभियंता को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए नया ट्रांसफार्मर लगाने का मांग की थी. लेकिन विभाग द्वारा अभी तक नजरअंदाज किए हुए हैं.

पानी सप्लाई भी बाधित: ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में बिजली नहीं रहने से नल-जल योजना का पानी सप्लाई भी बाधित है. ऐसे में पूरे गांव में पेयजल का संकट बना हुआ है. पहाड़ी एवं जंगली इलाका होने के कारण शाम होते ही अनजाने भय का खतरा महसूस होने लगता है. मोबाइल चार्ज करने के लिए पड़ोस के गांव में जाना पड़ता है. बिजली नहीं रहने के कारण पिछले एक माह से गांव के लोगों का दिनचर्या ही बदल गया है.

"अगर दो दिनों के अंदर विभाग द्वारा विद्युत ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया तो प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जायेगा. हम ने डीएम से गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल करने की दिशा में आवश्यक कारवाई की मांग की है." - राधे मंडल, ग्रामीण.

महगामा गांव में विद्युत ट्रांसफार्मर खराब है. गांव की जनसंख्या एवं उपभोक्ता की संख्या को देखते हुए वर्तमान ट्रांसफार्मर की क्षमता के बदले उच्च क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया जाना है. इसको लेकर विभागीय प्रक्रिया चल रही है. दो से तीन दिन के अंदर नया ट्रांसफार्मर लगा दिया जायेगा. - अरविंद कुमार, सहायक अभियंता

इसे भी पढ़े- रातभर बिजली नहीं आने से परेशान ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, आंधी में ट्रांसफार्मर गिरने से आपूर्ति ठप

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