बांका: निर्दलीय प्रत्याशियों ने बांका विधानसभा क्षेत्र के मतगणना में ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए काउंटिंग को रद्द करने की मांग की है. रिकाउंटिंग की मांग करते हुए समाहरणालय मुख्य गेट पर धरना भी दिया. निर्दलीय प्रत्याशियों का कहना है कि वोटिंग के बाद ईवीएम को पीबीएस कॉलेज में रखा गया था. प्रत्याशियों के समक्ष ही स्ट्रांग रूम को सील किया गया था. मतगणना के दिन पहुंचने पर कागज फटा हुआ था.
रिकाउंटिंग की मांग
निर्दलीय प्रत्याशियों ने रिकाउंटिंग की मांग की है. अंग मुक्ति दल समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी नरेश कुमार ने बताया कि शहर के जिस बूथ पर 10 प्रस्तावक सहित उनके परिवार ने पक्ष में मतदान किया था. जब काउंटिंग शुरू हुई तो, उस बूथ पर पक्ष में शून्य मत दिखा. इसलिए संदेह पैदा हुआ. हमारी मांग है कि बांका विधानसभा क्षेत्र के मतों की जो गिनती हुई है, उसे रद्द किया जाए और रिकाउंटिंग कराया जाए.
क्या कहते हैं अध्यक्ष
मानव सेवा पार्टी के अध्यक्ष राहुल सिंह चौहान ने बताया कि स्ट्रांग रूम का कागज फटा हुआ था. इसका विरोध भी दर्ज कराया गया. बूथ संख्या एक से लेकर 133 तक को छोड़कर मतदान कराने की मांग की. लेकिन डीएम ने अपने शक्ति का प्रयोग कर जबरन काउंटिंग करा दिया.
मुख्य गेट पर धरना
रालोसपा के युवा नेता ऋषभ कुमार ने बताया कि हमारी एक ही मांग है कि बांका विधानसभा में रिकॉउंटिंग कराया जाए. समाहरणालय स्थित मुख्य गेट पर धरना पर बैठे लोगों की सूचना मिलने पर एसडीएम मनोज कुमार चौधरी स्वयं पहुंचे. उन्होंने प्रत्याशियों से कहा कि धारा 144 लागू रहते धरना पर बैठना अनुचित है.
कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई
काफी देर तक बातचीत के बाद धरना समाप्त कर दिया गया. एसडीएम मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि धारा 144 लागू रहने के बाद भी कुछ लोग धरना पर बैठे हैं. कानूनी प्रक्रिया के तहत जो भी कार्रवाई होनी है, इसके लिए वरीय अधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.