बांका (चांदन): जिले के चांदन प्रखंड मुख्यालय के छठ घाटों की हालत बदतर है. परिषद की लापरवाही और अनेदखी के कारण जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. इस वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कई बार शिकायत के बावजूद समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
स्थानीय लोगों की मानें तो अगर प्रशासन ने समय रहने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया तो इस साल छठ करने में काफी कठिनाई होगी. पहले ही कोरोना के कारण बीमारी का खतरा बढ़ा हुआ है. ऐसे में गंदगी के वजह से और नई बीमारियां फैलेंगी. लोगों ने आंशका जताई है कि यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
युवक की डूबने से गई जान
मुख्य घाट कलुआ इन दिनों अथाह पानी के कारण काफी खतरनाक हो गया है. एक सप्ताह पहले ही इस घाट पर स्नान के दौरान एक युवक की गहरे पानी में चला गया था और उसकी मौत हो गई. इस साल हुई भारी बारिश के कारण अभी भी घाट में काफी पानी है, जो खतरनाक रूप ले चुका है. घाट को बांस, बल्ला लगाकर सुरक्षित बनाया जा सकता है. जिससे व्रती और अर्घ्य देने आए भक्त सुरक्षित पूजा कर सकेंगे.
गंदगी का अंबार
वहीं बेहगा पुल पर भी कई गांव के लोग छठ के लिए जमा होते हैं. इस घाट पर इन दिनों गंदगी का अंबार है. घाट के चारों को कपड़ा, प्लास्टिक सहित अन्य कचरा फेंका पड़ा है. जबकि नावाडीह घाट पर पुल का निर्माण कार्य होने के कारण काफी जगहों पर उबड़ खाबड़ बना हुआ है. इन घाटों पर चांदन, प्रखंड मुख्यालय के अलावा बड़ी संख्या में देवघर झारखंड के भी कई परिवार आते हैं. इस सम्बंध में बीडीओ दुर्गा शंकर ने बताया कि छठ के पूर्व सभी घाटों को चुस्त-दुरुस्त कर दिया जाएगा. जिससे कोई अप्रिय घटना न घटे.