बांकाः जदूय के वरिष्ठ नेता सह जिले के अमरपुर विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जर्नादन मांझी का मंगलवार को पटना में निधन हो गया. जर्नादन मांझी लगातार 15 सालों तक विधायक रहे. बता दें कि हाल ही में वे बाथरूम में गिरकर घायल हो गए थे, और पटना के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है.
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जनार्दन मांझी नीतीश सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे जयंत राज के पिता थे. वे लगातार पंद्रह सालों तक विधानसभा के सदस्य रहे. सबसे पहले वे बेलहर विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने. जहां 2005 विधान सभा चुनाव में राजद के तीन बार से लगातार विधायक रहे रामदेव यादव को हराया था.
इसके बाद जनार्दन मांझी ने साल 2010 से 2015 और 2015 से 2029 तक अमरपुर विधान सभा सीट का प्रतिनिधित्व किया. हालांकि इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने बेटे जयंत राज को अमरपुर से जदयू के टिकट पर मैदान में उतारा था. जिन्होंने भी जीत दर्ज की थी. इसके बाद नीतीश सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया. जनार्दन मांझी मूल रूप से बांका जिले के बौंसी प्रखंड के रहने वाले थे.
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पूर्व विधायक जनार्दन मांझी के निधन पर बांका जिले में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. उनके निधन पर सांसद गिरधारी यादव, पूर्व सांसद पुतुल कुमारी, पूर्व मंत्री सह बांका विधायक रामनारायण मंडल, विधायक मनोज यादव, पूर्व विधायक मनीष कुमार सहित अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. नेताओं ने कहा कि उनके निधन से बिहार की राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है.