बांका (कटोरिया): जिले के कटोरिया थाना क्षेत्र के बेहराबांक गांव में हुई बम ब्लास्ट कांड में वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भागलपुर चार सदस्यीय फॉरेंसिक टीम पहुंची. विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल पर गहन जांच-पड़ताल की. इस दौरान टीम ने विस्फोट हुए बम के अवशेष, खून के नमूने सहित कई प्रकार के साक्ष्य इकट्ठा किये.
बम बनाने के दौरान हुआ विस्फोट
फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने अपने फर्स्ट ओपिनियन में बम बनाने के दौरान ही विस्फोट होने की बात कही है. हालांकि घटनास्थल पर जुटाए गये साक्ष्य को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जायेगा. इस मौके पर प्रशिक्षु डीएसपी सह कटोरिया के प्रभारी थानाध्यक्ष मनीष आनंद और अवर निरीक्षक रंजीत कुमार रंजीत दल बल के साथ मौजूद रहे.
तीन के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज
कटोरिया के बेहराबांक गांव में हुई बम विस्फोट की घटना में गांव के ही मुकेश यादव के बयान पर तीन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें बम विस्फोट में गंभीर रुप से घायल हुए तेतरिया गांव निवासी सरजू यादव के बेटे पवन यादव के अलावा बेहराबांक गांव के रंजीत यादव के बेटे जितेंद्र यादव और मेघलाल यादव के बेटे अर्जुन यादव को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
'जान से मारने की नियत से बनाया जा रहा था बम'
पुलिस को दिये बयान में मुकेश यादव ने बताया है कि घर के बगल की जमीन पर हो रहे निर्माण को विवाद करके जितेंद्र यादव और अर्जुन यादव ने रोक दिया था. साथ ही बम से जान मारने की धमकी भी दी थी. अर्जुन यादव के घर के पास हुई बम धमाके के बाद जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि वहां काफी धुआं और बारूद की गंध फैली हुई थी. घटनास्थल पर पवन यादव का दोनों हाथ और चेहरा खून से लथपथ पाया गया. मुकेश यादव ने आशंका जताई है कि उसको जान सो मारने की नियत से ही तीनों अभियुक्त वहां बम बना रहे थे.
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मुख्य अभियुक्त का भागलपुर में चल रहा है इलाज
बता दें कि बम विस्फोट में पवन यादव घायल हो गया. कटोरिया पुलिस इस घटना को गंभीरता से लेते हुए गहन जांच पड़ताल में जुटी है. इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए मुख्य अभियुक्त पवन यादव का इलाज मायागंज भागलपुर में पुलिस अभिरक्षा के बीच हो रहा है.