बांका: जिले के बेलहर प्रखंड अंतर्गत कटहरा गांव में पांच लोगाें की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से लोगाें में दहशत है. गांव में दर्जनों लोग सर्दी, खांसी और बुखार से भी पीड़ित हैं. लेकिन स्थानीय स्वास्थ्य महकमा गहरी नींद में था. इसे जगाने के लिए प्रखंड प्रमुख नीलम देवी और एमएलसी प्रतिनिधि सियाराम यादव को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
लगातार दबाव बनाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम जागी और कटहरा गांव पहुंचकर 104 लोगों की जांच की. जिसमें आठ पॉजिटिव मरीज मिले. हालांकि, अभी भी गांव के सभी लोगाें की जांच नहीं हो पायी है.
15 दिनों के अंदर 5 लोगों की हुई मौत
प्रखंड प्रमुख नीलम देवी ने बताया कि रघुनाथपुर पंचायत के कटहरा गांव में विभिन्न जाति के लोगों के 120 मकान हैं. इसकी आबादी लगभग 800 है. यह रघुनाथपुर पंचायत का सबसे बड़ा गांव है. यहां कोरोना की इस दूसरी लहर में 15 दिनों के अंदर पांच लोगों की मृत्यु हो गई.
इन सभी लोगों को सांस लेने में दिक्कत थी. तीन लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. दो लोगों का इलाज ग्रामीण चिकित्सक ही कर रहे थे.
वहीं, पांच लोगाें की मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम है. कई ग्रामीणाें ने स्वास्थ्य विभाग से गांव में जांच करवाने की अपील की थी. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लगातार दबाव बनाया गया.
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ग्रामीण चिकित्सकों के भरोसे चल रहा है इलाज
एमएलसी प्रतिनिधि सियाराम यादव ने बताया कि गांव में अभी भी 10 से 12 लोग सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित हैं. सबका इलाज ग्रामीण चिकित्सकों से कराया जा रहा है. कई लोग भागलपुर, बांका एवं देवघर में भी इलाज करवा रहे हैं.
गांव में कई ऐसे लोग हैं जिनके परिजन बीमार हैं, लेकिन वे कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि काफी प्रयास के बाद शुक्रवार को यहां वैक्सीनेशन और जांच शिविर लगाया गया.
वहीं, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि शिविर लगाने के बाद भी कोई भी ग्रामीण जांच कराने और टीका लेने नहीं आ रहा था. काफी समझाने के बाद 104 लोग जांच के लिए आये थे.