बांका: बिहार के बांका में भूमाफिया और ग्रामीणों के बीच श्मशान की जमीन के लिए विवाद (Dispute over cremation ground in Banka) हो गया. चांदन प्रखंड में श्मसान घाट और छठ घाट की सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं ने निर्माण कार्य शुरू किया है. जिसके लिए ग्राणीणों में तनाव बढ़ा हुआ है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर थानाध्यक्ष नसीम खान और सीओ प्रशांत शांडिल्य ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया.
ये भी पढ़ें- Buxar Crime: जमीन विवाद में युवक को उठाकर कुएं में फेंका, काफी मशक्कत से निकाला, देखें VIDEO
ग्रामीणों में आक्रोश: प्रखंड मुख्यालय के चांदन कटोरिया पक्की सड़क किनारे श्मसान घाट का मामला थम नहीं रहा. सप्ताह भर पहले देवघर के भूमाफिया ने श्मसान जाने वाले रास्ते पर चाहरदीवारी देने लगा. तभी ग्रामीणों में इसे देखकर आक्रोश बढ़ गया. गांव के मुखिया अनिल मंडल की पहल पर भूमाफिया ने श्मसान तक जाने के लिए अपनी खरीद वाले जमीन पर 10 फीट का रास्ता देने को तैयार हो गया था. उसके बाद ही अगले दिन सुबह एक आरजेडी नेता ने फिर से काम शुरू कर दिया. उसके बाद जानकारी मिलते ही फिर से आक्रोशित हजारों की संख्या में लोग एकजुट होकर पहुंच गए. उसके बाद इन लोगों का विरोध किया.
काम छोड़कर भागे मजदूर: ग्रामीणों ने बताया कि यह काम राजद के पूर्व एमएलसी राकेश रंजन उर्फ मधुकर सिंहा द्वारा कराया जा रहा था. जो नदी किनारे की सारी जमीन फर्जी कागजात के आधार पर अपना बता रहे है. काम बंद कराने को लेकर लोगों का हुजूम जब कार्य स्थल पर गया तभी खुद सभी मजदूर और ठेकेदार काम छोड़कर भाग गये. सूचना पर थानाध्यक्ष नसीम खान और सीओ प्रशांत शांडिल्य निर्माणस्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाते हुए सभी काम को बंद करा दिया. इतना ही नहीं उन्होंने उस क्षेत्र के नदी किनारे जमीन के खतियानी के आधार पर दो सप्ताह के अंदर नापी कराकर विवाद समाप्त करने की बात कही.
सभी कागजात की होगी जांच: सीओ ने कहा कि नदी किनारे जिस जमीन पर निर्माण किया गया है. उस जमीन का भी कागजात मांगकर जांच किया जाएगा. जिसमें खतियानी जमीन को छोडकर बिहार सरकार की पूरी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाएगा. इसके साथ ही अगर श्मसान जाने के रास्ते में किसी का निजी रास्ता भी होगा. तब भी उसे रास्ता देने के बाद ही निर्माण करने दिया जाएगा. सीओ के इस आश्वासन के बाद मामला शांत हो सका.
"गांव में नदी किनारे जमीन पर निर्माण हो रहा है. उसके कागजात की जांच की जाएगी. जो जमीन खतियानी होगा. उसे छोडकर बिहार सरकार की पूरी जमीन से अतिक्रमण हटाया जाएगा"- प्रशांत शांडिल्य, सीओ, चांदन प्रखंड