बांका: साइबर अपराधियों ने हिमाचल के सेब व्यवसाई से 10 लाख रुपये की साइबर ठगी किया था. इस मामले में दो अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली गई थी, लेकिन साइबर ठगी का मास्टमाइंड फरार चल रहा था. वहीं गुरुवार को इस मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
जिले के ग्रामीण इलाकों में साइबर अपराधियों की जड़ें काफी मजबूत होती नजर आ रही है. पिछले चार दिनों में तीन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की पुष्टी हो चुकी है. कुल्लु के सेब व्यवसायी से 2019 में 10 लाख की साइबर ठगी के सिलसिले में हिमाचल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस ठगी के मास्टरमाइंड प्रीतम कुमार को गुरुवार की देर रात बौंसी पुलिस की मदद से हिमाचल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले चंदन कुमार की गिरफ्तारी हो चुकी है.
साइबर ठगी का मास्टरमाइंड हुआ गिरफ्तार
हिमाचल पुलिस के अधिकारी ने बताया कि मास्टरमाइंड प्रीतम कुमार लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. वह भागलपुर में शरण लिए हुए था. जाल बिछाकर पहले उसे बौंसी बुलाया गया और बाजार से गिरफ्तार कर लिया गया. बौंसी थानाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने बताया कि दोनों साइबर अपराधी को हिमाचल पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले जाना चाहती है. कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ही अपने साथ ले जा सकेंगे. थानाध्यक्ष ने बताया कि मास्टरमाइंड प्रीतम ने चंदन कुमार के एटीएम और बैंक खाते का साइबर फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किया था. मोबाइल लोकेशन के आधार पर ही दोनों की गिरफ्तारी हुई है.
ट्रांजिट रिमांड के लिए पेश करेंगे अर्जी
बौंसी थानाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने बताया कि दोनों साइबर अपराधी को हिमाचल पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले जाना चाहती है. इसके लिए आज ट्रांजिट रिमांड के लिए बांका व्यवहार न्यायालय में अर्जी पेश करेंगे. कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड की स्वीकृति मिलने में बाद हो दोनों अपराधी को ले जा सकेंगे. इसके साथ ही बताया कि साइबर अपराध से जुड़े ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिससे उनकी भी गिरफ्तारी की जा सके.