बांका: नया साल किसानों के लिए सौगात लेकर आया है. बांका जिले के किसानों का लाइफलाइन कहे जाने वाले चांदन डैम के गाद की उड़ाही का रास्ता साफ हो गया है. प्रधान सचिव स्तर पर हुई बैठक में गाद की सफाई का जिम्मा खनन विभाग को सौंपा गया है. 58 सालों से गाद की सफाई नहीं होने के चलते डैम की स्टोरेज क्षमता घटकर मात्र 45 हजार क्यूसेक फीट रह गई है.
बता दें कि 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुरातात्विक अवशेषों का निरीक्षण करने भदरिया गांव पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को गाद की सफाई का निर्देश भी दिया था. इसकी जिम्मेदारी खनन विभाग को सौंपी गई है.
जल्द शुरू होगा गाद उड़ाही का काम
सिंचाई प्रमंडल बांका के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि 13 दिसंबर को प्रधान सचिव के स्तर पर पटना में बैठक हुई थी. लंबी चर्चा के बाद खनन विभाग को गाद उड़ाही की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जल्द ही ऑक्शन कराकर गाद उड़ाही का काम शुरू किया जाएगा. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि रास्ते को सुगम बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी और आरडब्ल्यूसी सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा. सिंचाई विभाग 64 हेक्टेयर जमीन में चांदन डैम से निकलने वाले गाद को रखा जाएगा. जल्द ही खनन विभाग की ओर से इसका ऑपरेशन करवाया जाएगा. मार्च के शुरुआती सप्ताह में गाद उड़ाही का काम शुरू होने की उम्मीद है.
गाद उड़ाही में लगेगा 8 से 10 साल का समय
सिंचाई प्रमंडल बांका के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि लंबे अरसे से चांदन डैम के गाद की सफाई नहीं होने के चलते हर साल 2.1 एमसीएम गाद जमा हो रहा था. चांदन डैम में जमा हो गई गाद की उड़ाही में 8 से 10 सालों का समय लग सकता है. रबी और खरीफ फसल के पटवन के मद्देनजर गाद की सफाई करवाया जाएगा. गाद भरे होने के चलते वर्तमान में इसकी स्टोरेज क्षमता घटकर 45 हजार कयूसेक फीट रह गई है. जिसके चलते किसानों को हर साल पटवन की समस्या से जूझना पड़ता है.