बांका: जिले के धोरैया प्रखंड अंतर्गत रिफायतपुर गांव के एक घर का सेंट्रिग गिरने से 4 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है. वहीं 9 दिन की एक नवजात शिशु भी गंभीर रूप से घायल हो गई. मृत बच्चे की पहचान धर्मेंद्र दास के चार वर्षीय पुत्र आशीष कुमार के रूप में हुई है. वहीं नवजात शिशु को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धोरैया में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के अनुसार रिफायतपुर गांव निवासी धर्मेंद्र दास ने अपने घर के छत की ढलाई को लेकर सेंट्रिग कराया था. इस दौरान शाम को हो रही बारिश में उसके चारो बच्चे सेंट्रिंग वाले कमरें में खेल रहे थे. उसी कमरे में आशीष खाट पर सोया था. अचानक छत का सेंट्रिग गिर पड़ा. जिससे आशीष की मौत हो गई. जबकि उसकी 9 दिन की छोटी बहन प्रीति घायल हो गई.
छत का सेंट्रिग गिरने से बच्चे की हुई मौत
ग्रामीणों ने बताया कि धर्मेंद्र को दो पुत्र और दो पुत्री है. गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने वाले मजदूर धर्मेंद्र ने पीएम आवास की सूची में नाम नहीं रहने पर मेहनत मजदूरी कर किसी तरह अपना पक्का का मकान बना रहा था. लेकिन बुधवार की शाम मौत बनकर उसके बच्चें के लिए आई. बारिश ने उसके पुत्र छीन लिया. घटना के समय धर्मेंद्र धोरैया बाजार गया हुआ था. धर्मेंद्र ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चे को अस्पताल ले गया. जहां चिकित्सक ने आशीष को मृत घोषित कर दिया. वहीं पुत्र की मौत के बाद धर्मेंद्र और उसकी पत्नी आरती देवी का रो-रोकर बुरा हाल है.
आश्रितों को मिलेगा चार लाख का मुआवजा
घटना की सूचना मिलते ही भाकपा नेता रंजन कुमार शर्मा और मुनिलाल पासवान ने अस्पताल पहुंचकर मृत बच्चे के माता-पिता को सांत्वना दी. धोरैया के सीओ हंसनाथ तिवारी ने बताया कि बच्चें के शव को पोस्टमार्टम के बाद आपदा मद से मिलने वाली सहायता राशि चार लाख रुपये स्वजनों को दिया जाएगा.