बांका: जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित भदरिया गांव के समीप चांदन नदी में मिले पुरातात्विक अवशेष का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद अवलोकन किया. मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद रहे. हेलीपैड पर उतरने के साथ ही मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी गई. मुख्यमंत्री ने चांदन नदी से खुदाई के दौरान मिले पुरातात्विक अवशेष को भी देखा.
मुख्यमंत्री सीधे चांदन नदी के उस स्थल पर पहुंचे जहां अवशेष मिला था. मुख्यमंत्री के साथ पूर्व राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल के अलावा जदयू के अन्य विधायक भी मौजूद थे. पुरातात्विक अवशेष स्थल के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को चांदन नदी की धार को डायवर्ट कर अवशेष स्थल की उचित जांच कराकर खुदाई करते हुए पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का निर्देश दिया.
'चांदन नदी की धार को डायवर्ट किया जाएगा. ताकि उक्त स्थल को सुरक्षित कर अच्छी तरह से खुदाई की जा सके. इसके लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
स्थानीय विधायक ने फोन पर दी जानकारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि छठ पूजा के समय यहां के लोगों को इस बात का एहसास हुआ कि चांदन नदी कुछ पुरातात्विक अवशेष मिले हैं. उसके बाद ही ऐतिहासिक भूमि का पता चल गया. स्थानीय विधायक ने भी फोन पर इसकी जानकारी दी. बिहार विरासत विकास समिति के एसक्यूटिव डायरेक्टर विजय कुमार चौधरी के नेतृत्व में टीम निरीक्षण के लिए यहां आई. फिर पता चला कि ये करीब 2600 साल पुराना है. इसके ऐतिहासिक महत्व को देखकर काफी प्रसन्नता हो रही है.
कुछ लोग बिहार की कर रहे हैं उपेक्षा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भले ही लोग आज बिहार की उपेक्षा कर रहे हो, लेकिन बिहार के विभिन्न हिस्सों में पौराणिक सम्पदा छिपी हुई है. इसे सामने लाने की जरूरत है. पुरातात्विक अवशेष स्थल से ही नदी की धार गुजरती है. इसके लिए 1995 से जो पहले पुरानी धार थी उसी को निर्मित किया जाएगा. इस इलाके में अनुसंधान करने के लिए भदरिया सहित आसपास के गांव को ध्यान में रखकर ही कुछ न कुछ किया जाएगा.
पौराणिक चीजों पर चर्चा कर करें उजागर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी विशेषज्ञ हैं और जो इस कार्य को कर रहे हैं, इसके अलावा जिला प्रशासन और सभी राजनीतिक दल के साथियों से भी कहेंगे कि इन पौराणिक चीजों पर चर्चा करते हुए उजागर करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि चांदन डैम कई बार आ चुके हैं. चांदन डैम की सफाई को लेकर भी अधिकारियों से बात की गई है.
बता दें कि जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित भदरिया गांव के समीप चांदन नदी के बीचो-बीच लगभग दो हजार वर्ष पुराना भवनों के अवशेष मिलने से इलाके में कौतूहल का विषय बना हुआ है. इस अवशेष को देखने के लिए लोग दूर-दूर से पहुंच रहे हैं. लगभग 50 फीट के क्षेत्रफल में भवनों का अवशेष मिला है. उसकी ईंट की लंबाई 18 इंच और चौड़ाई 9 इंच है. जबकि ईंट ढाई इंची मोटा है.