बांकाः मौसम की पहली बारिश में ही दूर-दराज इलाके से जिला मुख्यालय आने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है. चांदन नदी में बनाया गया डायवर्सन तेज बहाव के कारण टूट गया है. जिससे लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. नदी में पानी की धार इतनी तेज थी कि एक बोलेरे नदी में काफी दूर तक बह गया.
डायवर्सन टूटने से जिले के 4 प्रखंडों का संपर्क मुख्यालय से टूट चुका है. रोजमर्रा की जरूरत के लिए लोग छोटे-छोटे बच्चों के साथ नदी पार कर रहे हैं. खासकर रोजाना दूध और सब्जी बेचने वाली महिलाओं को खासी परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है.
लोगों की समस्या से किसी को वास्ता नहीं
बांका में रोजाना लोगों के घरों में दूध पहुंचाने और सब्जी बेचने वाली लाखो देवी, द्रौपदी देवी ने बताया कि बांका आए बगैर उनका गुजारा नहीं चल सकता. अगर लोगों के घरों में दूध और सब्जी नहीं देंगे तो परिवार का पेट भरना मुश्किल हो जाएगा. इनका कहना है कि आम लोगों की समस्या से सरकार और जिला प्रशासन को कुछ लेना देना नहीं है.
वहीं, प्राइवेट नौकरी करने वाले कुमार अभिराम ने बताया कि अभी वर्क टू होम चल रहा है. शंकरपुर में काम करने के लिए ऑफिस गया था. रात को खाने के लिए घर आया था. अब तो नदी में डायवर्सन टूट जाने की वजह से परेशानी बढ़ गई है. नदी में तेज बहाव के चलते एक ट्रक भी फंस गया है. बोलेरो भी काफी दूर तक बह गया है.
ये भी पढ़ेंः बिहार में आज से बंद हो रहे हैं क्वारंटीन सेंटर, लोगों को खुद ही करना होगा नियमों का पालन
'भगवान भरोसे चल रहा है जिला'
युवा मान ठाकुर बताते हैं कि जिला मुख्यालय से चार प्रखंडों का संपर्क सीधा टूट चुका है. चांदन नदी पर जिला प्रशासन और सरकार नहीं बल्कि बालू माफियाओं के जरिए डायवर्सन बनाया गया था. वह भी टूट चुका है. मान ठाकुर ने कहा कि अगर कोई बीमार पड़ जाए और बांका लाने की जरूरत पड़े तो उस परिवार के सामने भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इतना बड़ा जिला एक डायवर्जन के लिए तरस रहा है. लेकिन लोगों की मांग को पूरा करने वाला कोई नहीं है. अब तो भगवान भरोसे ही जिला चल रहा है.