बांकाः नवटाेलिया गांव में नूरी मस्जिद के पास मदरसा में हुए ब्लास्ट ( Blast in Madrasa ) मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. खबर है कि पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं फाॅरेंसिंक लैब को भेजे गए सैंपल की जांच रिपोर्ट भी जल्द आने की संभावना है. उम्मीद है कि जल्द है मामले का खुलासा हो जाएगा.
कब आएगी फॉरेंसिक रिपोर्ट?
भागलपुर से आई एफएसएल ( FSL) की टीम ने मदरसा के मलवे से जो सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए फॉरेंसिक लैब ( Forensic Science Laboratory ) भेजा था, उसकी रिपोर्ट भी जल्द आने की उम्मीद जताई जा रही है. किस तरह के विस्फोटक से हादसा हुआ, इसकी जानकारी भी रिपोर्ट आने बाद भी मिल पाएगी. इधर एसपी के द्वारा गठित एसआईटी टीम ( SIT) भी लगातार हर बिंदु पर जांच करने के साथ-साथ जानकारी एकत्रित करने में जुटी हुई है.
मौलाना का मोबाइल खोलेगा राज
विस्फोट में मारे गए मौलाना के मोबाइल से भी कई राज खुलने की संभावना है. मौलाना के कॉल डिटेल से जांच टीम जानकारियां जुटाने में लगी है. पिछले दिनों मौलाना के संपर्क में कौन लोग थे? वह कहां-कहां जाता था? इस पहलू पर जांच टीम काम कर रही है. क्योंकि मदरसा विस्फोट पुलिस के लिए एक अबूझ पहली बनकर रह गई है. हादसे के बाद गांव की तस्वीर बदल सी गई है. गांव के पुरुष फरार चल रहे हैं. ये सब देखकर पुलिस का संदेह और गहराता जा रहा है.
मदरसा कमेटी के सदस्यों का क्रिमिनल बैकग्राउंड
बताते चलें कि मदरसा कमेटी के कई सदस्यों का पूर्व में भी अपराध से गहरा नाता रहा है. मजलिशपुर गांव निवासी बुल्ला यादव का गत वर्ष जुलाई में हत्या कर दी गई थ. जिसमें मदरसा समिति के कई सदस्यों को हत्या मामले में शमशेर सहित अन्य को आरोपी बनाया था. इस कारण भी बम धमाके किए जा सकते हैं. एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा.
8 जून को हुआ था ब्लास्ट
बता दें कि नवटोलिया इलाके की मस्जिद के पास मदरसे में बीते 8 जून को ब्लास्ट ( Banka Blast ) हुआ था. धमाके में 50 साल पुराना मदरसा पूरी तरह से जमींदोज हो गया था. आईडी ब्लास्ट की आशंका के बाद मामले की जांच और सैंपल इकट्ठा करने भागलपुर से फॉरेंसिक टीम ( Forensic Science Laboratory ) पहुंची थी. जिसे घटनास्थल से बारुद का अंश मिला था. इस धमाके में इमाम मोहम्मद अब्दुल सत्तार मोमिन की भी मौत हो गई थी.
हादसे में एक बच्चे की मौत की भी खबर
मदरसा में हुए विस्फोट ( Blast in Madrasa ) के बारे में सूत्र बताते हैं कि इस हादसे में मौलवी के साथ एक बच्चे की भी मौत हो गई थी. वहीं करीब आधा दर्जन लोग भी घायल हो गए थे. विस्फोट की भयावहता को उजागर नहीं करना चाहते थे, जिस कारण सभी घायलों को चोरी-छिपे दो ऑटो में लादकर मदरसा के पीछे बांध के रास्ते से शंकरपुर होकर इलाज के लिए ले गए थे. हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है.
एनआईए कर रही जांच
बता दें कि मदरसा ब्लास्ट मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ( NIA ) को सौंप दी गई है. NIA ने लोकल थाने में दर्ज FIR को टेकओवर करते हुए पड़ताल को आगे बढ़ा दी है. इस मामले से जुड़ी स्लीपर सेल और साजिश का एनआईए के द्वारा पर्दाफाश होने की उम्मीद है. बता दें कि इस हादसे में अब तक 33 साल के मौलाना अब्दुल मोबिन की मौत ( Imam killed in blast ) की पुष्टि हुई है.
ब्लास्ट बनती जा रही अबूझ पहेली
घटना के करीब एक सप्ताह होने को है, लेकिन पुलिस और जांच दलों के हाथ कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है. बांका पुलिस, एटीएस के साथ एनआईए पूरे मामले की छानबीन कर रही है. हालांकि इस मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. खबर है कि पुलिस ने 6 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. उम्मीद है कि इनकी निशानदेही और मौलाना के मोबाइल से ब्लास्ट के रहस्य से पर्दा उठेगा.
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