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बांका: रेड जोन से लौटे 4200 लोग, रोजाना 50 से 60 मरीजों का लिया जा रहा सैंपल

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Published : May 11, 2020, 8:45 PM IST

डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि अधिकांश प्रवासी मजदूर रेड जोन से आ रहे हैं. क्वॉरेंटाइन सेंटर की कैपेसिटी 6 हजार से बढ़ाकर 12 हजार की जा रही है. वहीं भोजन को लेकर मिल रही शिकायतों को भी दूर कर दिया गया है.

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बांका: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. देश के विभिन्न शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. डीएम सुहर्ष भगत ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मजदूरों में कोरोना के लक्षण दिखते ही उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. सबसे ज्यादा लोग रेड जोन से ही आ रहे हैं.

डीएम ने बताया कि 6 हजार में से 1800 लोग ही ऑरेंज और ग्रीन जोन से बांका आए हैं. जिले से अब तक 189 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें 2 प्रवासी मजदूर कोरना पॉजिटिव पाए गए हैं. बाकी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. दोनों पॉजिटिव मरीजों की कांटैक्ट ट्रेसिंग और ट्रैवल हिस्ट्री खंगाले जाने के बाद 15 से 16 लोगों को चिह्नित किया गया है. उन्हें भी क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की जा रही है. हर रोज 50 से 60 सैंपल बांका से जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.

प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि जिले भर के विभिन्न प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित हो रहे हैं. फुल्लीडुमर में 9, अमरपुर, बांका, बौंसी, रजौन, बेलहर और शंभुगंज में 4-4, बाराहाट में 3, धौरैया में 5 और कटोरिया में 7 सेंटर चलाये जा रहे हैं. सभी सेंटर्स पर भोजन की समस्या को दूर करने के लिए किचन चालू कर दिया गया है. सभी प्रखंडों को 50-50 किलो दूध का पाउडर दिया गया है.

प्रत्येक परिवार को 1-1 किलो दाल
सभी परिवारों को अब 1-1 किलो दाल भी दिया जायेगा. इसके लिये जिले को 3 हजार 500 क्विंटल दाल आवंटित कर दिया गया है. पंचायती राज विभाग की तरफ से सभी परिवारों को साबुन और मास्क खरीदने के लिए सौ-सौ रुपये अलग से दिये जायेंगे. इसके लिए राज्य भर में 160 करोड़ की राशि निर्गत कर दी गई है. डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि बस और निजी वाहनों से आने और जाने के लिए गाइडलाइन प्राप्त होने के बाद पास निर्गत किया जाएगा. साथ ही बताया कि 46 हजार लोगों को एक-एक हजार रुपये देना था, जिसमें 28 हजार के कागजात दुरुस्त पाये गये हैं. सभी को कुछ दिनों में राशि उनके खाते में भेज दी जाएगी. वहीं 18 हजार ऐसे लोग बचे हैं, जिन्हें ये राशि दी जानी है.

मजदूरों की स्किल मैपिंग
डीएम ने जानकारी दी कि 2500 राशन कार्ड को स्वीकृति दी गई है, जबकि 13 हजार एसडीओ के पास पेंडिंग है. 15 हजार मीट्रिक टन रोजाना बालू को बांका से विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है, क्योंकि भागलपुर के साथ-साथ पूरा सीमांचल बांका पर ही निर्भर है. डीएम ने बताया कि जितने भी प्रवासी मजदूर बांका आ रहे हैं, सभी की स्किल मैपिंग की जा रही है. अब तक 5 हजार 550 मजदूरों की स्किल मैपिंग की जा चुकी है. सबसे अधिक 3600 दिहाड़ी मजदूर ही हैं. इन्हें मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है. स्किल मैपिंग 17 कैटेगरी में की जा रही है. डीएम ने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की कैपेसिटी भी बढ़ाई जा रही है. इसे 6 हजार से बढ़ाकर अब 12 हजार किया जा रहा है.

बांका: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. देश के विभिन्न शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. डीएम सुहर्ष भगत ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मजदूरों में कोरोना के लक्षण दिखते ही उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. सबसे ज्यादा लोग रेड जोन से ही आ रहे हैं.

डीएम ने बताया कि 6 हजार में से 1800 लोग ही ऑरेंज और ग्रीन जोन से बांका आए हैं. जिले से अब तक 189 सैंपल भेजे गए हैं, जिसमें 2 प्रवासी मजदूर कोरना पॉजिटिव पाए गए हैं. बाकी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. दोनों पॉजिटिव मरीजों की कांटैक्ट ट्रेसिंग और ट्रैवल हिस्ट्री खंगाले जाने के बाद 15 से 16 लोगों को चिह्नित किया गया है. उन्हें भी क्वॉरेंटाइन करने की कार्रवाई की जा रही है. हर रोज 50 से 60 सैंपल बांका से जांच के लिए भेजे जा रहे हैं.

प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित
डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि जिले भर के विभिन्न प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन सेंटर संचालित हो रहे हैं. फुल्लीडुमर में 9, अमरपुर, बांका, बौंसी, रजौन, बेलहर और शंभुगंज में 4-4, बाराहाट में 3, धौरैया में 5 और कटोरिया में 7 सेंटर चलाये जा रहे हैं. सभी सेंटर्स पर भोजन की समस्या को दूर करने के लिए किचन चालू कर दिया गया है. सभी प्रखंडों को 50-50 किलो दूध का पाउडर दिया गया है.

प्रत्येक परिवार को 1-1 किलो दाल
सभी परिवारों को अब 1-1 किलो दाल भी दिया जायेगा. इसके लिये जिले को 3 हजार 500 क्विंटल दाल आवंटित कर दिया गया है. पंचायती राज विभाग की तरफ से सभी परिवारों को साबुन और मास्क खरीदने के लिए सौ-सौ रुपये अलग से दिये जायेंगे. इसके लिए राज्य भर में 160 करोड़ की राशि निर्गत कर दी गई है. डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि बस और निजी वाहनों से आने और जाने के लिए गाइडलाइन प्राप्त होने के बाद पास निर्गत किया जाएगा. साथ ही बताया कि 46 हजार लोगों को एक-एक हजार रुपये देना था, जिसमें 28 हजार के कागजात दुरुस्त पाये गये हैं. सभी को कुछ दिनों में राशि उनके खाते में भेज दी जाएगी. वहीं 18 हजार ऐसे लोग बचे हैं, जिन्हें ये राशि दी जानी है.

मजदूरों की स्किल मैपिंग
डीएम ने जानकारी दी कि 2500 राशन कार्ड को स्वीकृति दी गई है, जबकि 13 हजार एसडीओ के पास पेंडिंग है. 15 हजार मीट्रिक टन रोजाना बालू को बांका से विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है, क्योंकि भागलपुर के साथ-साथ पूरा सीमांचल बांका पर ही निर्भर है. डीएम ने बताया कि जितने भी प्रवासी मजदूर बांका आ रहे हैं, सभी की स्किल मैपिंग की जा रही है. अब तक 5 हजार 550 मजदूरों की स्किल मैपिंग की जा चुकी है. सबसे अधिक 3600 दिहाड़ी मजदूर ही हैं. इन्हें मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है. स्किल मैपिंग 17 कैटेगरी में की जा रही है. डीएम ने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर की कैपेसिटी भी बढ़ाई जा रही है. इसे 6 हजार से बढ़ाकर अब 12 हजार किया जा रहा है.

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