बांका: पड़ोसी जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे के मद्देनजर डीएम सुहर्ष भगत ने बांका जिले की सीमाओं को सील करवा दिया है. इस दौरान सिर्फ आवश्यक वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति दी गई है. दरअसल, बांका के पड़ोसी जिले मुंगेर में एक साथ कोरोना से संक्रमित 10 मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप है. इसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड में है. मुंगेर और भागलपुर से आवाजाही समाप्त करने के लिए दोनों जिलों की सीमाओं को सील कर दिया गया है.
भागलपुर और मुंगेर से सटी सीमाएं सील
डीएम सुहर्ष भगत और एसपी अरविंद कुमार गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने अमरपुर पहुंचकर कुलहड़िया और पबई के समीप बांका को भागलपुर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क को अपनी मौजूदगी में सील करवाया. इसके अलावा बांका को मुंगेर से जोड़ने वाली तमाम सड़कों को भी शंभूगंज और बेलहर में सील कर दिया गया है. डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि अनावश्यक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. मुंगेर जिला कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है. ऐसे में पड़ोसी होने के नाते बांका में भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए सीमाएं सील कर दी गई हैं. वहीं, भागलपुर में भी कोरोना से पीड़ित पाए गए हैं. इसी के मद्देनजर दोनों जिलों की सीमाएं सील की गईं.
इमरजेंसी वाहनों को मिलेगी अनुमति
जिलाधिकारी ने कहा कि सिर्फ इमरजेंसी सेवा और जिला प्रशासन से निर्गत पास वाले वाहन ही जाएंगे. सभी सीमाओं पर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है. संबंधित प्रखंड के बीडीओ को अस्थाई शिविर बनवाने का निर्देश दिया गया है ताकि मजिस्ट्रेट और सीमा पर तैनात पुलिस जवानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. थानाध्यक्ष को भी लगातार सख्ती करने का निर्देश दिया गया है.
लॉकडाउन को लेकर गंभीर है प्रशासन
एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि सीमाओं का उल्लंघन करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन लॉकडाउन को लेकर बेहद गंभीर है.