बांका (कटोरिया): इस वर्ष दुर्गापूजा का स्वरूप भी बदला-बदला सा दिखेगा. राज्य सरकार के कोविड-19 को लेकर जारी की गयी गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर के इर्द-गिर्द मेला नहीं लगने दिया जायेगा. दुर्गा मंदिर के पास खाद्य सामग्री या खिलौने आदि की अस्थायी स्टॉल और दुकानें भी नहीं लगेगी.
दंड-प्रणाम पर रोक
कटोरिया थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक में इस्पेक्टर मो. इनामुल्लाह ने उक्त बातें पूजा कमिटी के सदस्यों और स्थानीय गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कही. इंस्पेक्टर मो. इनामुल्लाह ने कहा कि भीड़ की समस्या के निदान के लिये दुर्गापूजा में बलि और दंड-प्रणाम पर भी रोक रहेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट अभी खत्म नहीं हुआ है.
सिर्फ मंदिरों में पूजा की अनुमति
दुर्गापूजा के आयोजन में सुरक्षा सर्वोपरि है. कटोरिया सहित आसपास के अधिकांश दुर्गा मंदिरों में महाअष्टमी के दिन दंड-प्रणाम को लेकर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है. बकरों की बलि के लिए भी काफी भीड़ पहुंचती है. कटोरिया थाना अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि इस बार सिर्फ मंदिरों या निजी घर में ही दुर्गा पूजा की अनुमति रहेगी.
उल्लंघन करने पर कार्रवाई
पंडाल या तोरण द्वार के निर्माण पर प्रतिबंध है. प्रतिमा स्थापन के पास जगह को भी खुला रखना है. थानाध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए दुर्गापूजा में सरकार और जिला प्रशासन के गाइडलाइन को सख्तीपूर्वक अनुपालन कराया जायेगा. उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
कई लोग रहे मौजूद
पूजा कमिटी के लोगों ने कहा की प्रतिमा का विसर्जन 26 अक्टूबर विजयादशमी को किया जाएगा. इस मौके पर अवर निरीक्षक रंजीत कुमार रंजीत, अनिल कुमार मंडल, कटोरिया मुखिया प्रदीप कुमार गुप्ता, नीरज कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे.