बांका: चांदन प्रखंड अस्पताल के सभागार में आयुष चिकित्सकों की एक बैठक डॉ. जयकिशोर प्रसाद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. जिसमें आयुष चिकित्सक अपनी 6 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए 10 मई से 12 मई तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. फिर भी अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो, सभी आयुष चिकित्सक 15 मई से होम आइसोलेशन में चले जाएंगे.
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आधे दर्जन आयुष चिकित्सकों की मौत
बैठक के अध्यक्ष जय किशोर प्रसाद ने बताया कि आयुष चिकित्सकों को इन दिनों कोविड-19 के कामों में लगाया जाता है. जबकि उन्हें कोई सुविधा नहीं दी जाती है. इस समय कोविड-19 की जांच, वैक्सीनेशन, संक्रमित की देख-रेख का काम दिया जाता है. इस कारण करीब आधे दर्जन आयुष चिकित्सकों की मौत भी हो चुकी है. लेकिन सरकार उन्हें कोई सहायता नहीं कर रही है. इसलिए आयुष चिकित्सक अपनी 6 सूत्री मांगों के लिए आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
चिकित्सकों की क्या हैं मांग
- पहली मांग मानदेय को 65 हजार प्रति माह किया जाए.
- 3270 आयुष चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया पूरी हो.
- संविदा पर कार्य करने वालों की सेवा स्थाई हो.
- स्थाई चिकित्सा कर्मियों की तरह मृत्यु पश्चात सारी सुविधा उपलब्ध कराया जाए.
- चिकित्सक के मृत्यु पर 50 हजार का बीमा.
- पारिवारिक पेंशन और एक सदस्य को नौकरी देने के अलावा कोविड से संक्रमित चिकित्सकों को सरकारी स्वास्थ्य सेवा की मांग.
- बेड और ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराना मुख्य है.
आयुष चिकित्सक होम आइसोलेशन में जाने को तैयार
सरकार आयुष चिकित्सकों की इस मांग को पूरा नहीं करती है तो 15 मई से सभी आयुष चिकित्सक होम आइसोलेशन में चले जाएंगे. ऐसे में काम लगभग बंद हो जाएगा. इस बैठक में डॉ. जय किशोर, डॉ. भोलानाथ, डॉ. मजहर आलम सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे.