अरवल: अगस्त 2001 में अरवल जिला अस्तित्व में आया था. जहानाबाद से अलग कर इसे नया जिला बनाया गया था. 19 और 20 अगस्त को स्थापना दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन जिले में किया जाता रहा है. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण कोई सार्वजनिक रूप से बड़े समारोह का आयोजन नहीं किया जाएगा.
जिला प्रशासन का निर्देश जारी
इसको लेकर जिला प्रशासन ने निर्देश निर्गत कर दिया गया है. जिला प्रशासन की ओर से सार्वजनिक समारोह का आयोजन तो नहीं किया जाएगा. लेकिन जिले की विकास योजनाओं की रूपरेखा इस मौके पर सार्वजनिक की जाएगी.
कई विकास योजनाएं क्रियान्वित
बता दें बिहार के 38 में जिले के रूप में अस्तित्व में आने के बाद यहां कई विकास योजनाएं क्रियान्वित होते रही है. फिलहाल संक्रमण काल में भी जिला प्रशासन की ओर से व्यापक व्यवस्था की गई है. डीएम रवि शंकर चौधरी की देखरेख में संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
विकसित करने का संकल्प
विकास के साथ कदमताल करता अरवल जिला भले ही संक्रमण के कारण इस बार स्थापना दिवस समारोह नहीं मना पाएगा .लेकिन आम आवाम इस जिले को और अधिक विकसित करने का संकल्प जरूर लेंगे.
सभी लोगों के सहयोग और जिला प्रशासन की दृढ़ इच्छाशक्ति ने जिस तरह जिले को नक्सल गतिविधियों से बाहर निकाल कर मुख्यधारा में समाहित किया है, वह अब तक काबिले तारीफ रहा है. आगे भी इसी मजबूती के साथ जिले में विकास योजनाएं क्रियान्वित होती रहेंगी.