अरवल: ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से असर हुआ है. जहानाबाद में एंबुलेंस नहीं मिलने पर एक बच्चे की मौत को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. इसके बाद अरवल प्रशासन की नींद खुल गई है. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने बैठक कर एंबुलेंस के लिए डायल किये जाने वाले 102 नंबर के काम नहीं करने के बाद वैकल्पिक नंबर जारी कर दिया है.
राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा भी एक पत्र जारी किया गया है, जिसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी की गई पत्र के माध्यम से दी गई. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने बैठक कर एंबुलेंस के लिए एक वैकल्पिक नंबर जारी कर दिया. 13 अप्रैल के स्वास्थ्य विभाग के पत्रांक 165 द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार एंबुलेंस के लिए वैकल्पिक नंबर की व्यवस्था की जाएगी.
102 का वैकल्पिक नंबर जारी किया गया
कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न विशेष परिस्थिति में राज्य की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिये और अन्य एंबुलेंस की सुविधाओं के लिए जारी पत्र में बताया गया है कि अगर 102 नंबर काम नहीं करे तो ऐसी हालत में गर्भवती महिलाओं को निजी वाहनों से भी अस्पताल लाया जा सकता है, जिसके बाद सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा उसे तत्काल लाने ले जाने के लिये ₹500 की दर से एनएचएम के एफएमआर कोड 7.1 से भुगतान किया जायेगा. उक्त राशि का भुगतान महिला के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जायेगा.