अरवल: जिले में कोरोना वायरस ने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. जिले में लगभग 32000 प्रवासी मजदूरों की आने की संभावना है. जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी ने बताया कि अभी तक जिले में 4000 से ज्यादा प्रवासी मजदूर पहुंच चुके हैं. उन्हें अलग-अलग प्रखंड मुख्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. डीएम ने कहा कि हमें मिल जुलकर कोविड-19 जैसी महामारी के खिलाफ लड़ना है. कोविड-19 महामारी हमारे देश में ही नहीं पूरे देश में एक वैश्विक महामारी के रूप में सामने आया है. जिससे हमें पूरी दृढ़ता के साथ लड़ना है.
जिला पदाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है. जिले में 39 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. वहीं, 200 से ज्यादा पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. रविशंकर चौधरी ने कहा कि प्रत्येक प्रखंड मुख्यालयों में एक महिला क्वॉरेंटाइन सेंटर का निर्माण किया गया है. जिसमें केवल महिलाएं ही रहेंगी. जिलाधिकारी ने आगे कहा कि उस महिला क्वॉरेंटाइन सेंटर पर महिला पदाधिकारियों की ही नियुक्ति होगी. जो उनकी समस्याओं को गंभीरता के साथ काम करेगी. डीएम ने कहा कि सरकार के मापदंडों के अनुसार क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों को भोजन के साथ-साथ मास्क और सैनिटाइजर नियमित रूप से दिया जाएगा.
जागरुकता से दूर होगी बीमारी
अरवल जिला पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक कोविड-19 का कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं हुआ है. इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता ही है. बता दें कि लोगों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के लिए लगातार जिलाधिकारी द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. जिला पदाधिकारी ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में सभी जगह डस्टबिन लगाने का भी निर्देश दिया है.