अररिया: सदर अस्पताल के गेट के पास स्थित बापू मार्केट में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि महिला को गलत खून चढ़ाया गया. जिस वजह से उसकी स्थिति बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. वहीं, पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई है.
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मेडिकल की लापरवाही, जान पर आई
अररिया प्रखंड के हयातपुर पंचायत स्थित वार्ड संख्या 7 की रहने वाली 25 वर्षीय नंदनी देवी 6 महीने की गर्भवती थी. रक्तस्त्राव होने के बाद उसे शनिवार को शाम 5 बजे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां एक आशाकर्मी ने बहला-फुसलाकर बापू मार्केट के ऊपरी मंजिल स्थित बटूरबाड़ी मेडिकल लेकर गई.
25 हजार रुपए में इलाज की बात तय हुई. इलाज शुरू होने के बाद देर रात महिला की हालत बिगड़ने लगी तो दवा दुकानदार और आशा कर्मी वहां से धीरे-धीरे भाग खड़े हुए. आखिरकार रात 12 बजे उसकी मौत हो गई.
गलत खून चढ़ाने से मौत
मृतक महिला के पति छोटू साह का आरोप है कि उसकी पत्नी को गलत खून चढ़ाया गया. जिसके कारण तबीयत सुधरने के बजाय और बिगड़ गई. उसके मुताबिक जब हालत बिगड़ी तो उसे देखने के बजाय दुकानदार और आशा कर्मी फरार हो गए.
पुलिस ने छानबीन शुरू की
वहीं मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. रविवार सुबह से मृतक परिवार और बटुरबाड़ी मेडिकल संचालक के बीच समझौते की कोशिश होती रही, लेकिन बात नहीं बनी. 2 घंटे बाद नगर थाना प्रभारी सुनील कुमार दल-बल के साथ वहां पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस दौरान कोई भी स्टाफ वहां मौजूद नहीं था.
5 लाख मुआवजे की मांग
मृतक महिला के पति ने मेडिकल संचालक से बतौर मुआवजा 5 लाख रुपए की मांग की. उसने कहा कि उसकी 2 बेटियां है, वह खुद भी बीमार रहता है. ऐसे में बेटियों के पालन-पोषण के लिए 5 लाख रुपए दिए जाए. हालांकि दवाई दुकानदार 1 लाख 20 हजार से अधिक देने को तैयार नहीं था.
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दोषियों पर होगी कार्रवाई
वहीं, इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. एम. पी. गुप्ता ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला की मौत की सूचना मिली है. दोषी आशा कर्मी और दवाई दुकानदार को चिह्नित कर उचित कार्रवाई जरूर की जाएगी.