ETV Bharat / state

अररिया: बाढ़ में सबकुछ खो चुके लोगों ने NH-57 पर लिया शरण, कई दिनों से हैं भूखे - बाढ़

सीमावर्ती नेपाल की क्षमता से अधिक पानी छोड़े जाने से जिले की नदियां और नहरें उफान पर हैं. कई गांव बाढ़ के चपेट में आ गया है. लोगों ने एनएच-57 पर शरण लिया है. लेकिन खाने के लिए कुछ नहीं होने के कारण लोग कई दिनों से भूखे हैं. वहीं, जिला प्रशासन और स्थानीय प्रतिनिधि कोई भी इन लोगों का सुध लेने नहीं पहुंचा है.

एनएच 57
author img

By

Published : Jul 15, 2019, 12:30 PM IST

Updated : Jul 15, 2019, 1:08 PM IST

अररिया: सूबे के 9 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब-तक 5 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. 13 लोग अपनी जान गवां बैठे हैं. बाढ़ से प्रभावित लोग अपने-अपने घर को छोड़कर उंची जगहों पर शरण लिये हुए हैं. वहीं, जिले में आई बाढ़ के कारण पीड़ितों ने एनएच 57 पर अपना आशियाना बना लिया है. ये लोग दो दिनों से भूखे हैं. जिला प्रशासन या स्थानीय प्रतिनिधि इन लोगों की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं.

बाढ़ प्रभावित लोगों ने एनएच 57 पर लिया शरण

बाढ़ प्रभावित लोगों की शिकायत है कि जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है. हमलोग यहां दो दिनों से भूखे-प्यासे हैं. कोई भी सरकारी पदाधिकारी या नेता सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. हमारे पास ना पीने का पानी है, ना ही खाने का कुछ सामान. बाढ़ के बारे में बताते हुए लोगों ने कहा कि बाढ़ के कारण लोगों के घर में 4 फीट तक पानी घुस गया है. घर का सारा समान, रूपये-पैसे और यहां तक की जानवर भी पानी में बह गए. किसी तरह से जान बचाकर यहां आए हैं.

नेपाल से अधिक पानी छोड़ा गया
गौरतलब है कि जिले से होकर बहने वाली नदियों का भारी बारिश होने से जलस्तर काफी बढ़ गया था. नेपाल की ओर से क्षमता से अधिक पानी छोड़े जाने से जिले की नदियां और नहरें उफान पर हैं. कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. लोगों को अपना घर छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ित सरकारी सहायता की आस लगाये बैठे हैं. बतातें चलें कि ये सभी लोग अररिया जिले के ओम नगर, खरैया बस्ती, जीरो माइल, जहांगीर टोला, ककुड़वा बस्ती, लाली टोला, मारिया टोला, कब्रिस्तान टोला, दुर्गा बाजार और बीड़ी पट्टी के लोग हैं जो कि एनएच पर शरण लिए हुए हैं.

अररिया: सूबे के 9 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अब-तक 5 लाख लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. 13 लोग अपनी जान गवां बैठे हैं. बाढ़ से प्रभावित लोग अपने-अपने घर को छोड़कर उंची जगहों पर शरण लिये हुए हैं. वहीं, जिले में आई बाढ़ के कारण पीड़ितों ने एनएच 57 पर अपना आशियाना बना लिया है. ये लोग दो दिनों से भूखे हैं. जिला प्रशासन या स्थानीय प्रतिनिधि इन लोगों की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं.

बाढ़ प्रभावित लोगों ने एनएच 57 पर लिया शरण

बाढ़ प्रभावित लोगों की शिकायत है कि जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है. हमलोग यहां दो दिनों से भूखे-प्यासे हैं. कोई भी सरकारी पदाधिकारी या नेता सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. हमारे पास ना पीने का पानी है, ना ही खाने का कुछ सामान. बाढ़ के बारे में बताते हुए लोगों ने कहा कि बाढ़ के कारण लोगों के घर में 4 फीट तक पानी घुस गया है. घर का सारा समान, रूपये-पैसे और यहां तक की जानवर भी पानी में बह गए. किसी तरह से जान बचाकर यहां आए हैं.

नेपाल से अधिक पानी छोड़ा गया
गौरतलब है कि जिले से होकर बहने वाली नदियों का भारी बारिश होने से जलस्तर काफी बढ़ गया था. नेपाल की ओर से क्षमता से अधिक पानी छोड़े जाने से जिले की नदियां और नहरें उफान पर हैं. कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. लोगों को अपना घर छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ित सरकारी सहायता की आस लगाये बैठे हैं. बतातें चलें कि ये सभी लोग अररिया जिले के ओम नगर, खरैया बस्ती, जीरो माइल, जहांगीर टोला, ककुड़वा बस्ती, लाली टोला, मारिया टोला, कब्रिस्तान टोला, दुर्गा बाजार और बीड़ी पट्टी के लोग हैं जो कि एनएच पर शरण लिए हुए हैं.

Intro:एनएच 57 बना बाढ़ पीड़ितों का आशियाना, मदद के नाम पर लोगों को खाने में सिर्फ़ आश्वासन मिला है। ज़िला प्रशासन या कोई लोकल जनप्रतिनिधि भी लोगों की सुध लेने नहीं पहुंचा। बाढ़ का सितम जारी है पानी अब तक नहीं घटा है। हालात से निपटने के लिए कोई भी तैयारी नहीं थी, हर साल बाढ़ का दंश झेलता है सीमांचल का यह ज़िला। अब तक पांच लाख लोग इस बाढ़ से प्रभवित हुए हैं और 13 लोगों की जान जा चुकी है।


Body:बिहार में बाढ़ का क़हर जारी है, 9 ज़िले इससे ज़्यादा प्रभावित हैं जिन में एक अररिया भी है जो हर साल बाढ़ की तबाही को झेलता है जान माल का कितना नुकसान होता है जिसका कोई अंदाज़ा नहीं लगा सकता है। प्रशासनिक मदद सिर्फ़ अधिकारी के कागज़ों तक सिमट कर रह जाता है। अररिया शहर में बाढ़ का पानी घुस जाने से लोग अपने घरों में ताला लगा सामानों के साथ एनएच 57 पर तंबू गाड़ कर रहे हैं। परमान नदी के जलस्तर में लगातार हो रही विरधी से परेशान हाल में हैं लोग अब लोगों को किसी प्रकार की कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराया जा रहा है। ये सभी लोग ओम नगर, खरैया बस्ती, ज़ीरो माइल, जहांगीर टोला, ककुड़वा बस्ती, लाली टोला, मारिया टोला, क़ब्रिस्तान टोला, दुर्गा बाज़ार, बीड़ी पट्टी के लोग शरण लिए हैं।


Conclusion:संबंधित विसुअल एनएच 57 का
वॉक थ्रू लोगों से बात करते हुए।
Last Updated : Jul 15, 2019, 1:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.