अररिया: जिले सहित नेपाल के तराई इलाकों में लगातार चार दिनों से भारी बारिश हो रही है. इसके कारण जिले में बहने वाली सभी नदियां उफान पर है. बारिश का पानी घरों और स्कूल भवनों में प्रवेश कर चुका है. इस बाढ़ से लोगों को जीवनयापन करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
स्कूल में घुसा बाढ़ का पानी बाढ़ का कहर शुरूजिले में एक बार फिर बाढ़ का तांडव शुरू हो गया है. जिले में दर्जनों घर पानी में समा गए हैं. जिले से होकर बहने वाली नुना, परमान, बकरा, घाघी, कनकई और रतवा नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. इसके कारण सिकटी, कुर्साकांटा प्रखण्ड के कई गांव में फिर से बाढ़ आ गई है. पानी का बहाव इतना तेज है कि अब नदी घर और स्कूल को अपनी धारा में समा रही है.लोग पलायन करने को मजबूरसिकटी में नूना नदी के धारा परिवर्तन होने से प्राथमिक विद्यालय ईदगाह टोला नदी में समा गया है. इससे लोगों में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है. वहीं बकरा नदी ने भी कई गांव में कहर बरपाया है. नदी के किनारे बसे पीरगंज, डैनिया, तीरा खारदह , परड़ीया, सतबेर, ठेंगापुर, जागीर, रामनगर पोठिया, ढेंगरी जैसे दर्जनों गांव में पानी प्रवेश कर गया है. सभी लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं. वहीं कई जगह सड़क और पुल पर भी 4 से 5 फीट पानी चल रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानियां हो रही है. इस प्रखंड में इस साल सातवीं बार बाढ़ चुकी है, जिससे लोग काफी परेशान हो गए हैं. वहीं प्रशासन के माध्यम से कोई व्यवस्था न किए जाने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.