अररिया: जिले के इंजीनियर हत्या कांड को एक साल से ज्यादा वक्त बीत चुका है. लेकिन, उनके परिवार को अब तक कोई भी मुआवजा नहीं मिल पाया है. सरकार के इस लचर व्यवस्था से पूरे परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अभियंता संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने की मदद
इस घटना के बाद से बिहार कनीय अभियंता संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार लगातार परिवार से जुड़े हुए हैं. साथ ही उनके न्याय के लिए लगातार लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई साधारण इंसान की मौत होती है तो सरकार उसे लाख रुपये की मदद कर देती है. लेकिन, यहां एक इंजीनियर की मौत पर अबतक सरकार की नजर नहीं पड़ी है. वहीं, उन्होंने कहा कि जिले में आए नए डीएम से परिवार वालों को सुरक्षा देने की मांग की जाएगी.
एलएईओ ने दी जानकारी
इस घटना पर एलएईओ सुरेश कुमार झा ने बताया कि चार महीने की तनख्वाह मृतक के परिजन को दे दी गई थी. लेकिन, नॉमिनी में पत्नी का नाम नहीं होने की वजह से पैसा वापस लौट गया. हालांकि, कोशिश की जा रही है कि किसी दूसरे प्रकिया के तहत पैसै भेज दिया जाए.
पूरा मामला
बता दें कि मृतक का नाम रामविलास महतो है. झारखंड के रहने वाले इंजीनियर रामविलास की संविदा पर बहाली हुई थी और अररिया में पोस्टेड था. नरपतगंज साइट से लौटने के क्रम में अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी. इस घटना में शामिल चार आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने की थी.