अररिया: कोरोना महामारी के कारण नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक और मजदूर लागातार वापस भारत आ रहे हैं. वहीं, रविवार को बीरगंज स्थित इंडो-नेपाल बॉर्डर पर काफी लंबी लाइन देखी गई. ये सभी नेपाल में फंसे लोग वापस भारत आना चाहते थे.
बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि नेपाल में फंसे करीब 20 हजार इंडियन नागरिक भारतीय दूतावास के सम्पर्क में आए हैं. वहीं अभी भी हजारों भारतीय नागरिक और मजदुर संपर्क से दूर हैं.
![more than 20 thousand Indian citizens and laborers trapped in nepal due to corona they are waiting to come to India](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/_31052020170147_3105f_1590924707_1078.jpg)
रविवार को 15 सौ मजदूरों का आगमन
वाणिज्य दूतावास बीरगंज के मिडिया संयोजक और कन्सुलर सुरेश कुमार ने बताया कि नेपाल में 2 से 3 हजार भारतीय नागरिक अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं. सभी से सम्पर्क कर आईसीपी जोगबनी, भारत-नेपाल एकीकृत चेक पोस्ट से भारत भेज दिया जाएगा. इसके अलावे दुतावास से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार और शनिवार तक कुल 3 हजार भारतीय नागरिक को भारत भेजा गया था. वहीं, रविवार को भी 15 सौ नागरिकों को भारत भेजे गए.
![more than 20 thousand Indian citizens and laborers trapped in nepal due to corona they are waiting to come to India](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/_31052020170147_3105f_1590924707_230.jpg)
नेपाल बॉर्डर तक लोगों को लाने के लिए चलाई जा रही 62 बसें
बता दें कि नेपाल के कई जिलों में रहने वाले भारतीय नागरिकों को इंडो-नेपाल बॉर्डर तक लाने के लिए भारत सरकार की ओर से 62 बसें चलाई गई है. ये बसें काठमांडू, चितवन, पोखरा सहित नेपाल के 8 जिले से लोगों को ला रही है. वहीं, रविवार को रक्सौल से सुबह साढ़े 8 बजे दिल्ली के लिए सत्याग्राह एक्सप्रेस चलाया गया. जिसमें नेपाल से आए लोगों को भेजा गया.