अररिया: जिले में स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था इतनी लचर है कि सबसे बड़े सदर अस्पताल (Araria Sadar Hospital) में पिछले एक सप्ताह से आग से जला एक बच्चा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. वहीं, इस मसले पर अररिया पहुंचे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सदर अस्पताल (Mangal Pandey) में बर्न वार्ड नहीं होने पर विशेष व्यवस्था की बात कही है.
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दरअसल, अररिया प्रखंड के हरिया बाड़ागांव का एक बच्चा खेल खेल में बुरी तरह से जल गया था. उनके घर वालों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया, लेकिन मरीज की स्थिति अच्छी नहीं देखते हुए और साथ ही सदर अस्पताल में व्यवस्था नहीं होने के कारण वहां के चिकित्सकों ने बच्चे को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया. लेकिन मजबूर गरीब बाप ने उसे बाहर ले जाने से अपनी असमर्थता जताई और सदर अस्पताल में ही बाहर से दवा लाकर खिला रहा है. अस्पताल की व्यवस्था इतनी बुरी है कि एक कंपाउंडर भी दवा लगाने के लिए मरीज के पास उपलब्ध नहीं है.
वहीं, अररिया पहुंचे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एसी चेंबर में बैठकर विभाग के लोगों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. इससे साफ नजर आता है कि जिले में स्वास्थ्य विभाग का हाल कितना बुरा है. इस बाबत जब स्वास्थ्य मंत्री से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बर्न वार्ड नहीं रहने के कारण यह स्थिति हुई है. हालांकि मैं सिविल सर्जन को निर्देश के देता हूं के उस बर्न मरीज की विशेष देखभाल करें.
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