अररिया: जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र भेजा गया. इस दौरान भारत माता की जय, वंदे मातरम और जनसंख्या नियंत्रण विधेयक जैसे आदि नारे के साथ कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. पत्र में सरकार से मांग की गई है कि दो बच्चों के कानून को लागू किया जाए.
स्थानीय पोस्टआफिस प्रांगण में मंगलवार को जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष, कानून मंत्री, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्री के नाम रजिस्टर्ड पत्र भेजा गया.
जनसंख्या नियंत्रण कानून का आह्वान
पत्र में कहा गया है कि वर्तमान में भारत सहित लगभग संपूर्ण विश्व महामारी के संकट से जूझ रहा है. इस लड़ाई में देश के संसाधन जनसंख्या विस्फोट के कारण और अपर्याप्त सिद्ध हो रहे हैं. साथ ही आत्मनिर्भर भारत और एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना भी संसाधनों की कमी और महामारी के कारण पूरा होना कठिन साबित हो रहा है. देश में एक सख्त जनसंख्या नियंत्रण विषय बिल संसद से पारित करवाकर इस आपदा को अवसर के रूप में बदला जा सकता है. संगठन के जिलाध्यक्ष सुबोध मोहन ठाकुर ने कहा कि जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से देशभर के लगभग 400 जिलों से इस प्रकार के पत्र प्रधानमंत्री और कानून मंत्री के नाम भेजे जा रहे हैं. बता दें कि जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से 125 सांसदों के हस्ताक्षर से युक्त ज्ञापन अगस्त 2018 में भी राष्ट्रपति को सौंपा जा चुका है.
पीएम और कानून मंत्री के नाम लिखा पत्र
जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर देशभर में पिछले 7 सालों से लगातार रैलियां, धरना प्रदर्शन और ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. संगठन के मार्गदर्शक के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी को फेसबुक से विगत 14 जून को जनसंख्या नियंत्रण कानून का आह्वान किया था. प्रधानमंत्री सहित देश के गृहमंत्री और कानून मंत्री को भेजे गए पत्र और ज्ञापन के दौरान जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के महिला मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्षा वीणा देवी यादव, नीरज निराला, एबीवीपी के जिला प्रमुख मंजीत मिश्रा, किशन राय और विनोद मंडल मौजूद रहे.