अररिया: फारबिसगंज नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद के पद पर गुरुवार को वार्ड संख्या 10 के पार्षद किशुनदेव भगत निर्विरोध निर्वाचित हुए. इससे पूर्व बिहार चुनाव आयोग के निर्देशानुसार अनुमंडल परिसर के सभा भवन में नप उप मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने नियुक्त निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीओ योगेश कुमार और अपर समाहर्ता सह प्रेक्षक अनिल कुमार की मौजूदगी में बैठक की गई.
21 मतों से जीत हासिल
फारबिसगंज नगर पालिका का 17वां उप मुख्य पार्षद का उप चुनाव प्रशासनिक विधि व्यवस्था के बीच गुरुवार को सम्पन्न हुआ. इसमें नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या-10 के पार्षद किशुनदेव भगत 21 मतों से निर्विरोध जीत हासिल किया. इस बाबत अनुमण्डल पदाधिकारी डॉ योगेश कुमार सागर ने बताया कि अपने तय समय के अनुसार अनुमण्डल कार्यालय के सभागार में प्रत्याशी अपने समर्थक के साथ पहुंच चुके थे. वहीं तकरीबन समयानुसार एक घण्टे के बाद उन्हें प्रेक्षक अनिल कुमार ठाकुर और डीसीएलआर युनुश अंसारी के समक्ष एक ही प्रत्याशी किशुनदेव भगत ने नामांकन किया गया. इसके विरोध में किसी ने एक भी पर्चा दाखिल नहीं किया. वहीं किशुनदेव भगत को जीत का प्रसस्ति पत्र दे दिया गया.
25 वार्ड पार्षदों में 15 का समर्थन प्राप्त
फारबिसगंज नगर परिषद क्षेत्र में 25 वार्ड है, जिसमें से चार वार्ड पार्षद सुनीता जैन, अमित विद्यार्थी, मोतिर्रहमान उर्फ मोती खान का है. वहीं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि धीरज पासवान का करीब एक घण्टा इंतजार किया गया. वहीं उन लोगों के इंतजार के बाद अन्य समर्थकों ने उन्हें निर्विरोध चुन लिया. इससे पहले उप मुख्य पार्षद के पद पर मोतिर्रहमान उर्फ मोती खान थे. कुछ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया था, जिसके बाद नगर पालिका में मुख्य पार्षद, नप ईओ और डीसीएलआर युनुश अंसारी के समक्ष वोटिंग की गई थी. इसमें किशुनदेव भगत के पक्ष में 25 वार्ड पार्षदों में 15 का समर्थन प्राप्त हुआ, जबकि आठ वोट मोती खान के पक्ष में और दो वोट वोटिंग में गलती के कारण निरस्त किया गया था.
कई लोग रहें उपस्थित
नगर पालिका अधिनियम 2007 और बिहार नगर पालिका निर्वाचन नियामावली 2007 और बिहार नगर पालिका अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया नियमावली 2010 के अधीन उक्त पद परचुनाव का निर्देश जारी कर गुरुवार को चुनाव सम्पन्न हुआ. इस दौरान किशुनदेव भगत, सफीना खातून, संजय रजक, बेबी राय, सरिता गुप्ता, उमा शंकर यादव उर्फ बुलबुल यादव, प्रीतम गुप्ता, सुनील कुमार साह, चंदा जयसवाल, रंजू देवी, चांदनी सिंह, राजा अली, नाजिया खातून, मो इस्लाम, गुंजन सिंह, इजहार, इरफान, शिवली रंजन, पिंकी राय, चुन्नी खातून, मो. जलाल ने इस बात पर समर्थन किया. इसके साथ ही सुनीता जैन, कंचन देवी, अमित कुमार और मोती खान ने विरोध जताया.
अररिया: फारबिसगंज नगर परिषद के निर्विरोध उप मुख्य पार्षद बने किशुनदेव भगत - फारबिसगंज नगर परिषद के निर्विरोध उप मुख्य पार्षद खबर
जिले के फारबिसगंज नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद के पद पर वार्ड संख्या 10 के पार्षद कृष्णदेव भगत निर्विरोध निर्वाचित किए गए हैं. इस दौरान अनुमंडल परिसर के सभा भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान किशुनदेव भगत को जीत का प्रशस्ति पत्र दे दिया गया.
![अररिया: फारबिसगंज नगर परिषद के निर्विरोध उप मुख्य पार्षद बने किशुनदेव भगत kishundev bhagat elected unopposed to post of deputy chief councilor of forbesganj](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-06:35:40:1597971940--20082020172844-2008f-1597924724-182.jpg?imwidth=3840)
अररिया: फारबिसगंज नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद के पद पर गुरुवार को वार्ड संख्या 10 के पार्षद किशुनदेव भगत निर्विरोध निर्वाचित हुए. इससे पूर्व बिहार चुनाव आयोग के निर्देशानुसार अनुमंडल परिसर के सभा भवन में नप उप मुख्य पार्षद के चुनाव को लेकर जिला प्रशासन ने नियुक्त निर्वाचन पदाधिकारी सह एसडीओ योगेश कुमार और अपर समाहर्ता सह प्रेक्षक अनिल कुमार की मौजूदगी में बैठक की गई.
21 मतों से जीत हासिल
फारबिसगंज नगर पालिका का 17वां उप मुख्य पार्षद का उप चुनाव प्रशासनिक विधि व्यवस्था के बीच गुरुवार को सम्पन्न हुआ. इसमें नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या-10 के पार्षद किशुनदेव भगत 21 मतों से निर्विरोध जीत हासिल किया. इस बाबत अनुमण्डल पदाधिकारी डॉ योगेश कुमार सागर ने बताया कि अपने तय समय के अनुसार अनुमण्डल कार्यालय के सभागार में प्रत्याशी अपने समर्थक के साथ पहुंच चुके थे. वहीं तकरीबन समयानुसार एक घण्टे के बाद उन्हें प्रेक्षक अनिल कुमार ठाकुर और डीसीएलआर युनुश अंसारी के समक्ष एक ही प्रत्याशी किशुनदेव भगत ने नामांकन किया गया. इसके विरोध में किसी ने एक भी पर्चा दाखिल नहीं किया. वहीं किशुनदेव भगत को जीत का प्रसस्ति पत्र दे दिया गया.
25 वार्ड पार्षदों में 15 का समर्थन प्राप्त
फारबिसगंज नगर परिषद क्षेत्र में 25 वार्ड है, जिसमें से चार वार्ड पार्षद सुनीता जैन, अमित विद्यार्थी, मोतिर्रहमान उर्फ मोती खान का है. वहीं वार्ड पार्षद प्रतिनिधि धीरज पासवान का करीब एक घण्टा इंतजार किया गया. वहीं उन लोगों के इंतजार के बाद अन्य समर्थकों ने उन्हें निर्विरोध चुन लिया. इससे पहले उप मुख्य पार्षद के पद पर मोतिर्रहमान उर्फ मोती खान थे. कुछ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लगा दिया था, जिसके बाद नगर पालिका में मुख्य पार्षद, नप ईओ और डीसीएलआर युनुश अंसारी के समक्ष वोटिंग की गई थी. इसमें किशुनदेव भगत के पक्ष में 25 वार्ड पार्षदों में 15 का समर्थन प्राप्त हुआ, जबकि आठ वोट मोती खान के पक्ष में और दो वोट वोटिंग में गलती के कारण निरस्त किया गया था.
कई लोग रहें उपस्थित
नगर पालिका अधिनियम 2007 और बिहार नगर पालिका निर्वाचन नियामावली 2007 और बिहार नगर पालिका अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया नियमावली 2010 के अधीन उक्त पद परचुनाव का निर्देश जारी कर गुरुवार को चुनाव सम्पन्न हुआ. इस दौरान किशुनदेव भगत, सफीना खातून, संजय रजक, बेबी राय, सरिता गुप्ता, उमा शंकर यादव उर्फ बुलबुल यादव, प्रीतम गुप्ता, सुनील कुमार साह, चंदा जयसवाल, रंजू देवी, चांदनी सिंह, राजा अली, नाजिया खातून, मो इस्लाम, गुंजन सिंह, इजहार, इरफान, शिवली रंजन, पिंकी राय, चुन्नी खातून, मो. जलाल ने इस बात पर समर्थन किया. इसके साथ ही सुनीता जैन, कंचन देवी, अमित कुमार और मोती खान ने विरोध जताया.