अररिया: जिल में पोषण अभियान के तहत जीविका की ओर से पोषण बगीचा पर संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आरसेटी भवन में किया गया. इस संगोष्ठी में सभी 09 प्रखंडों के एचएन नोडल पर्सन एवं एमआरपी-एचएन ने भाग लिया.
‘पंचसूत्र का संदेश हमें घर-घर तक पहुंचाना है’
इस संगोष्ठी में संबोधित करते हुए जिला परियोजना प्रबंधक ओम प्रकाश मंडल ने कहा कि पोषण अभियान के तहत पोषण के पंचसूत्र यथा स्तनपान, पूरक आहार, महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार, पोषण बगीचा और स्वच्छता का संदेश हमें घर-घर तक पहुंचाना है.
सहजन के पौधों की बताई विशेषता
जिला प्रबंधक स्वास्थ्य और पोषण अमित सागर ने बताया कि पोषण बगीचा गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर दीदियों के लिए एक सुलभ माध्यम है. जिससे उन्हें हरी साग सब्जियां, फल आदि आसानी से मिल पाती है. साथ ही साथ पैसों की भी बचत होती है. उन्होंने सहजन के पौधों की भी विशेषता बताई.
पोषण बगीचा पर आधारित दिखाई गई डॉक्यूमेंट्री
पीसीआई के स्वास्थ्य पोषण पदाधिकारी विवेक कुमार ने कहा कि पोषण बगीचा लगाकर जीविका दीदी 04 खाद्य समूह के फल एवं सब्जियां प्राप्त कर रोज के खाने में विविधता ला सकती हैं. साथ ही साथ परिवार के पोषण की आवश्यकताओं को सालों भर पूरा कर सकती हैं. संगोष्ठी के दौरान पोषण बगीचा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई.
500-500 सहजन का पौधा किया गया वितरित
संगोष्ठी के उपरांत सभी प्रखंडों को 500-500 सहजन का पौधा वितरित किया गया. जिसे हर घर सहजन अभियान के तहत 18 सितंबर से सहजन का पौधा रोपण की शुरुआत की जाएगी और नवंबर तक प्रत्येक जीविका परिवार में सहजन का पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है.