अररिया: बिहार में बाढ़ (Flood in bihar) के कारण कई जगहों पर हालात काफी भयावह हैं. नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का पानी कई इलाकों में फैल चुका है. इस वजह से जहां जनजीवन पर बुरा असर पड़ रहा है, वहीं अररिया (Araria) शहर से बांसबाड़ी, झमटा, मोहनपुर, डमहेली, बलवा, गुरमुहि से खवासपुर जाने वाली मुख्य सड़क पर परमान नदी का पानी आ जाने से बाढ़ जैसी स्थित उत्पन्न हो गई है.
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वहीं, इन इलाकों तक लोग जान हथेली पर लेकर सफर कर रहे हैं. नगर परिषद वार्ड नंबर-11 से होकर गुजरने वाली इस सड़क पर तीन से चार फीट तक पानी बह रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क के साथ कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने से अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. लोग घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सड़क बंद हो जाने से लोगों को जरूरतों के सामान की भारी किल्लत उठानी पड़ रही है. सबसे ज्यादा मरीजों को परेशानी हो रही है क्योंकि सदर अस्पताल तक आने का कोई साधन नहीं है. ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को जल्द से जल्द यहां बड़े नाव की व्यवस्था करनी चाहिए.
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जानकारी के मुताबिक बिहार में डेढ़ दर्जन जिलों में हर साल बाढ़ से तबाही होती है. इस साल भी बाढ़ से तबाही शुरू है. इस बार जून महीने में ही नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. अभी 2 से 3 महीने तक बिहार के एक बड़े हिस्से में लोग बाढ़ की समस्या से प्रभावित रहेंगे.
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बता दें कि सरकार और जिला प्रशासन के स्तर से बरसात के पहले तैयारियों को लेकर कई बैठकें आयोजित की गई. इन बैठकों में नदियों के तटबंध के अलावा अन्य बांधों की मरम्मति को लेकर कई तरह के निर्देश भी दिए गए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर सरकार के निर्देशों का अनुपालन हकीकत से काफी दूर है. ग्रामीण बताते हैं कि लगातार हो रहे कटाव के कारण वे डर की साये में जी रहे हैं.