अररिया: जिले में लगातार हो रही देर बारिश ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दिया है. फारबिसगंज शहर के ऐतिहासिक बड़ा शिवालय मन्दिर प्रांगण सहित शिवलिंग पर सड़क किनारे नालियों का गंदा पानी बह रहा है. यह पानी इस बात को साबित कर रहा है कि नगर परिषद प्रशासन ने शहर में कितना विकास किया है.
नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही
जिले में नगर पालिका प्रशासन हर साल साफ-सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने की बात कही जाती है. शहर के विकास कार्य में खर्च किए जाने के बावजूद भी हालात बद से बदतर है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन से लेकर प्रतिनिधि तक अपील किया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही निकला. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बहती गंगा में स्वयं देवाधिदेव महादेव भी डूब गए. देर रात से हुई बारिश ने बड़ा शिवालय में शिवलिंग गंदे पानी में डूब चुका है.
आस्था का बनाया मजाक
मंदिर के दंडी बाबा के छोटे पुत्र महारुद्र ने कहा की प्रशासन की इस ओर कोई ध्यान नहीं जाता. महारुद्र ने बताया कि मंदिर कमेटी को मंदिर से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन प्रशासन के सामने कमेटी खुद को तारणहार दर्शाती है. वहीं स्थानीय निवासी पप्पू जायसवाल का कहना है कि उनके आस्था का मजाक बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन इस पर जल्द कोई ठोस निर्णय ले, अन्यथा सड़क मार्ग को जाम करने के लिए बाध्य होंगे.
अररिया: नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही आई सामने, जलनिकासी की समस्या से लोग हुए परेशान - नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही
जिले में लगातार बारिश के कारण सड़क पर नालियों का पानी बह रह है. वहीं इस बारिश के पानी में महादेव का मंदिर भी डूब चुका है, लेकिन न तो नगर पालिका प्रशासन इसका कोई सुध ले रहा और न ही मंदिर कमेटी.
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अररिया: जिले में लगातार हो रही देर बारिश ने प्रशासन की पोल खोलकर रख दिया है. फारबिसगंज शहर के ऐतिहासिक बड़ा शिवालय मन्दिर प्रांगण सहित शिवलिंग पर सड़क किनारे नालियों का गंदा पानी बह रहा है. यह पानी इस बात को साबित कर रहा है कि नगर परिषद प्रशासन ने शहर में कितना विकास किया है.
नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही
जिले में नगर पालिका प्रशासन हर साल साफ-सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने की बात कही जाती है. शहर के विकास कार्य में खर्च किए जाने के बावजूद भी हालात बद से बदतर है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन से लेकर प्रतिनिधि तक अपील किया गया, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही निकला. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बहती गंगा में स्वयं देवाधिदेव महादेव भी डूब गए. देर रात से हुई बारिश ने बड़ा शिवालय में शिवलिंग गंदे पानी में डूब चुका है.
आस्था का बनाया मजाक
मंदिर के दंडी बाबा के छोटे पुत्र महारुद्र ने कहा की प्रशासन की इस ओर कोई ध्यान नहीं जाता. महारुद्र ने बताया कि मंदिर कमेटी को मंदिर से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन प्रशासन के सामने कमेटी खुद को तारणहार दर्शाती है. वहीं स्थानीय निवासी पप्पू जायसवाल का कहना है कि उनके आस्था का मजाक बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन इस पर जल्द कोई ठोस निर्णय ले, अन्यथा सड़क मार्ग को जाम करने के लिए बाध्य होंगे.