अररियाः बिहार में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. इसके लिए पूरी गाइडलाइन जारी की है, ताकि कोरोना से बचाव किया जा सका. लेकिन अररिया के प्राइवेट स्कूल ऐंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन (Private School And Children Welfare Association) के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से स्कूलों को खोलने की मांग की है. इसके लिए सीएम के नाम के नाम एक मांग पत्र (School Director Submitted memorandum To DM) भी अररिया डीएम को सौंपा गया.
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स्कूलों को खोले जाने की मांग को लेकर प्राइवेट स्कूल ऐंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने डीएम से मुलाकात की. इस दौरान एसोसिएशन के सदस्यों ने मांग की कि स्कूल बंद रहने से छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है. प्राइवेट स्कूल संचालकों का मनना है कि स्कूल खोले जाने से कोरोना संक्रमण नहीं बढ़ता है. इसका प्रमाण विश्व बैंक के निदेशक ने दिया है.
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एसोसिएशन के अध्यक्ष सिबतैन अहमद ने विश्व बैंक के निदेशक की बातों को दोहराते हुए कहा कि स्कूलों से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता है. सदस्यों का कहना है कि लगातार दो वर्षों से स्कूल बंद किये जाने के कारण बच्चों की शिक्षा पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है. साथ ही प्राइवेट स्कूलों से जुड़े संचालक और शिक्षकों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हुई है. इसलिए स्कूलों को खोला जाए, जिससे छात्रों के साथ-साथ इनसे जुड़े लोगों को भी राहत मिले.
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. हालांकि दो-तीन दिनों से संक्रमितों की संख्या में कमी देखी जा रही है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं की लोग कम संक्रमित हो रहे हैं. इसकी वजह टेस्टींग में कमी बताई जा रही है. जिससे संक्रमितों की सही संख्या का पता नहीं चल पा रहा है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 4551 नए मामले सामने आए हैं.
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