अररिया: बिहार के अररिया में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है. भारत नेपाल सीमा के नो मेंस लैंड पर किये गए अतिक्रमण को प्रशासन ने बुधवार को जेसीबी मशीन से खाली कराया गया. इस दौरान विरोध भी किया, लेकिन लेकिन पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में अतिक्रमण खाली कराया गया.
अररिया में हटा अतिक्रमण: सिकटी में नो मेंस लैंड पर 59 परिवारों द्वारा अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया गया था. ये परिवार वर्षों से यहां पर घर दुकान बनाकर रह रहे थे. सभी परिवारों को खाली करवाने के लिये तीन-तीन बार अंचल कार्यालय से नोटिस जारी किया गया था. सभी परिवारों को नो मेंस लैड को खाली करवाने के लिये 11दिसंबंर की तिथि दी गयी थी, लेकिन किसी कारण वश नो मेंस लैंड को खाली करवाने में देरी हुई.
59 परिवारों को हटाया गया: बुधवार को जेसीबी मशीन लगाकर नो मेंस लैड पर बसे 59 परिवारों के घरों को तोड़कर अतिक्रमण को हटाया गया. अतिक्रमण को खाली करवाने में सीओ सौरभ अभिषेक, सिकटी थानाध्यक्ष आदित्य कीरण, बरदहा के प्रभारी थानाध्यक्ष रामप्रयाग महतो, सीआइ इम्तियाज के अलावा अररिया, पलासी, कुर्सांकटा थाना के पुलिस बल के अलावा एसएसबी के जवान तैनात थे.
"सिकटी नो मेंस लैंड पर बसे 59 में से 13 परिवार भूमीहीन है.भूमिहीन परिवारों के लिए तीन डिसमील जमीन चिह्नित की गई, लेकिन वह जमीन सड़क किनारे नहीं रहने के कारण लोग वहां नहीं जाना चाहते हैं." -सौरभ अभिषेक, सीओ
ग्रामीण गंभीरता से नहीं लेते थे नोटिस : सिकटी के ग्रामीणों ने बताया कि विगत दस वर्षों से नो मेंस लैंड को खाली करवाने के लिये नोटिस दिया जाता था, लेकिन दस वर्षों से प्रशासन द्वारा दिए गए नोटिस को ठंडे बस्ता में डाल दिया जाता था. जिस कारण नो मेंस लैंड पर अतिक्रमण करने वाले इसे गंभीर रूप से नहीं लेते थे. इस बार भी प्रशासन नोटिस व लाउड स्पीकर से एनाउंस कर छोड़ देगी. जिस कारण उनका मनोबल काफी बढ़ गया था. जब प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा था तो महिलाओं द्वारा इसका विरोध करना शुरू कर दिया था.
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