टोक्यो : भारत की भाविनाबेन पटेल (Bhavina Patel) को टोक्यो पैरालंपिक की टेबल टेनिस (Paralympics Table Tennis) क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल फाइनल में रविवार को यहां चीन की झाउ यिंग के खिलाफ सीधे गेम में 7-11, 5-11, 6-11 की शिकस्त के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा. भारतीय खिलाड़ी को फाइनल में सिर्फ 19 मिनट में हार का सामना करना पड़ा लेकिन वह मौजूदा पैरालंपिक खेलों में भारत को पहला पदक दिलाने में सफल रहीं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने पर पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि 'आपके असाधारण दृढ़ संकल्प और कौशल ने भारत को गौरवान्वित किया है. इस असाधारण उपलब्धि के लिए आपको मेरी बधाई.'
वहीं भाविना के सिल्वर जीतने पर पीएम मोदी (PM Modi on Bhavina winning Silver) ने भी बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'उल्लेखनीय, भाविना पटेल ने रचा इतिहास!' पीएम मोदी ने कहा कि भाविना ने ऐतिहासिक रजत पदक जीता है. उसके लिए बधाई. उनकी जीवन यात्रा प्रेरित करने वाली है और उनकी यह उपलब्धि अधिक युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करेगी.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी भाविना पटेल के बधाई देते हुए कहा है कि आपने देश को गौरवान्वित किया है.
इससे पहले भाविना के रजत पदक (Bhavina Wins Silver) जीतने पर भारतीय पैरालंपिक समिति (Indian Paralympics Committee) की अध्यक्ष दीपा मलिक (Deepa Malik) ने कहा कि भाविना पटेल के रजत पदक ने इतिहास रच दिया है और वो भी राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन.उन्होंने कहा कि मेरे लिए इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि एक महिला खिलाड़ी ने मेडल का खाता खोला है और वह महिला खिलाड़ी भी ऐसी, जो व्हील चेयर का इस्तेमाल करती है.
ये भी पढ़ें - Bhavina Patel ने पैरालंपिक से पहले कहा था, कड़े अभ्यास से कुछ भी असंभव नहीं
वहीं भाविना पटेल के पदक जीतने पर गुजरात के मेहसाणा में उनके पिता हसमुखभाई पटेल का कहा कि 'उसने देश का नाम रोशन किया है, वह गोल्ड मेडल नहीं लेकर आईं लेकिन हम रजत पदक से भी खुश हैं. वापस आने पर हम उसका भव्य स्वागत करेंगे.' इस जीत पर परिवार के सदस्यों व स्थानीय निवासियों ने जमकर आतिशबाजी की.
भाविनाबेन को इस हफ्ते की शुरुआत में अपने पहले ग्रुप मैच में भी झाउ के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा. बीजिंग और लंदन में स्वर्ण पदक सहित पैरालंपिक में पांच पदक जीतने वाली झाउ के खिलाफ भाविनाबेन जूझती नजर आईं और अपनी रणनीति को सही तरह से लागू नहीं कर पाई.
भाविनाबेन ने पहले गेम में झाउ यिंग को अच्छी टक्कर दी लेकिन चीन की दो बार की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी ने एक बार लय हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और सीधे गेम में आसान जीत दर्ज की.
ये भी पढ़ें - पैरालंपिक : भाविना पटेल ने टेबल टेनिस फाइनल में जीता रजत पदक
मात्र 12 महीने की उम्र में पोलियो से संक्रमित होने वाली भाविनाबेन ने शनिवार को सेमीफाइनल में चीन की दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी मियाओ झैंग को 7-11 11-7 11-4 9-11 11-8 से हराया था. शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल में भाविनाबेन ने रियो पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी सर्बिया की बोरिस्लावा पेरिच रेंकोविच को हराकर पदक सुनिश्चित करते हुए इतिहास रचा था.