कोयम्बटूरः ऑटोरिक्शा ड्राइवर-उपन्यास लेखक एम चंद्रकुमार जिन्हें ऑटो चंद्रन के तौर पर जाना जाता है-- उन्होंने शहर में सड़क के किनारे एक महिला की मदद की ताकि वह अपने बच्चे को जन्म दे सके.
चंद्रन जिनकी बेस्ट सेलर नोवल है 'लॉकअप', जिस पर हिट फिल्म 'विसरानाई' भी बनाई गई है, उन्होंने बेबी की डिलीवरी में मदद की और तब तक संभाले रखा जब तक एम्बुलेंस आ नहीं गई. यह मानव मन को छूने वाली घटना गुरुवार की सुबह मानिस थिएटर के पास हुई.
एम्बुलेंस के पहुंचने के बाद मेडिकल टीम ने चंद्रन से बेबी को आराम से पकड़ने के लिए कहा ताकि वे मेडिकल प्लेसेंटा कॉर्ड को काट कर अलग कर सकें. उसके बाद जल्द से जल्द मां और बच्चे को कोयम्बटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया.
जब कई लोग खड़े होकर देख रहे थे या वीडियो बना रहे थे, उस समय लेखक ने बिना वक्त गवाए गर्भवती महिला की मदद की.
8 उपन्यास लिख चुके चंद्रन ने कहा, 'मैंने अपने जीवन में कुछ बच्चों के जन्म को देखा है. मैंने 2013 में 'अजागू' नामक शॉर्ट स्टोरी भी लिखी थी जो कि 90 के दशक में मेरे ऑटो में हुए चाइल्ड डिलिवरी का पहला अनुभव था. तो, मैं उस जगह उनकी मदद के लिए फटाफट पहुंचा.
नवजात बच्चे की मां ओड़िशा की रहने वाली हैं. उनकी उम्र 26 साल है और वह शैक्षिक संस्थान में काम करती हैं.
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चंद्रन द्वारा कराई गई बेबी डिलीवरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.