ताइपे: ताइवान की संसद ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए समलैंगिक विवाह को मंजूरी दे दी है. इसी के साथ ताइवान समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने पहला एशियाई देश बन गया है. समलैंगिक विवाह को मंजूरी देने वाला कानून 24 मई से लागू हो जाएगा.
आपको बता दें कि दो साल पहले सैंविधनिक कोर्ट ने ताइवान की संसद को समलैंगिक विवाह को लेकर वोटिंग करने को कहा था. नए कानून के लागू होते ही विवाह से संबंधित मौजूदा कानून को असंवैधानिक घोषित हो जाएगा. मौजूदा कानून केवल पुरुष और महिला के बीच हुई शादी को ही वैध मानता है.
सैंविधनिक कोर्ट ने अपने आदेश में विवाह संबंधित कानून में संशोधन करना या फिर नया कानून बनाने के लिए संसद को केवल दो वर्षों का ही समय दिया था.
कोर्ट द्वारा दी गई समय सीमा एक सप्ताह बाद खत्म हो रही थी, जिससे पहले ही संसद ने यह फैसला ले लिया.
पढ़ें- लंदन में गति का नया रिकार्ड बना, 19.584 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली टुक-टुक
विधायक पर वोटिंग होने से पहले ताइवान की राष्ट्रपति त्साइ इंग-वेन ने एक ट्वीट करते हुए कहा 'आज हमारे पास इतिहास रचने और दुनिया को यह दिखाने का मौका है कि पूर्वी एशियाई समाज में प्रगतिशील मूल्य किस कदर गहरे समाए हुए हैं.
इस दौरान सैंकड़े समर्थक राजधानी ताइपे में संसद के बाहर एकत्रित हुए और फैसला आते ही खुशी से झूम उठे.