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'Zoom' ऐप के जवाब पर CAIT ने दी प्रतिक्रिया, कहा- बुनियादी सवालों को किया नजरअंदाज

'जूम एप' पर उठ रहे सवाल पर जूम ने जो जवाब दिया है, इस पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त दी है. कैट ने कहा कि जूम ने बुनियादी सवालों को नजरअंदाज किया है.

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Published : Jul 13, 2020, 1:32 PM IST

पटना: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 'जूम एप' को लेकर कई सवाल उठाएं है. कैट ने कहा कि भारत से प्राप्त डाटा को क्या जूम भारत में रखता है? किसी अन्य देश में रखा जाता है, क्या भारत से प्राप्त डाटा चीन में जूम के सर्वर के मार्फत आगे जाता है? इसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उधर दूसरी तरफ अमरीका और अन्य देशों ने डेटा की सुरक्षा के बारे में जूम पर गंभीर सवाल उठाए हैं. वहीं, भारत के व्यापारियों के लिए चिंता का विषय है. इसलिए कैट ने एक बार फिर जूम पर सरकार के तरफ से प्रतिबंध लगाने की अपनी मांग को दोहराया है.

कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी और कैट अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि जूम का बयान चीनी विदेशी कार्यालय के उस बयान के समान है, जिसमें कहा कि वे शांतिप्रिय लोग हैं और गलवान घाटी अनादि काल से उनकी है. उन्होंने आगे कहा कि ये बहुराष्ट्रीय कंपनियों और देशों के बीच एक सामान्य चलन बन गया है कि वो बयान जारी कर अपने गलत फैसलों को भी सही ठहराने की कोशिश करते हैं. लेकिन इस मामले में प्रमुख सवाल ये है कि क्या जूम पर अर्जित भारत का डेटा चीन को, चीन के माध्यम से अन्य देशों को भेजा जाता है? जूम ये बताने में असफल रहा है कि भारतीय डाटा को कहां रखता है?और उसका क्या उपयोग हो रहा है?

'जूम डाटा तो साझा नहीं कर रहा?'
कैट मगध प्रमंडल अध्यक्ष सुदामा कुमार और मुंगेर प्रमंडल अध्यक्ष अवध किशोर प्रसाद ने कहा कि उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी के अनुसार जूम का सॉफ्टवेयर चीन में तीन कंपनियों के मदद से विकसित किया गया है. जिन्हें रुआंशी सॉफ्टवेयर के रूप में जाना जाता है, जिनमें से केवल दो कंपनियां ही जूम के स्वामित्व में हैं. तीसरी कंपनी का स्वामित्व जिसे अमेरिकी क्लाउड वीडियो सॉफ़्टवेयर टेक्नोलॉजी के रूप में भी जाना जाता है. जूम का मालिक कौन है? ये अज्ञात है. वर्तमान में जूम के 700 से अधिक कर्मचारी चीन में हैं, जो असामान्य नहीं है. चीन में अमेरिका की तुलना में वेतन बहुत कम है. लेकिन जूम ये नहीं बता पा रहा है कि क्या चीनी सरकार की ओर से जूम पर दबाव बनाने और प्रभावित करने पर जूम क्या कर रहा है? कहीं चीन के दबाव में जूम डाटा तो साझा नहीं कर रहा?

'चीन में कितनी स्वतंत्र हैं?'

मुंगेर के प्रमंडल अध्यक्ष ने कहा कि जूम के चीन डाटा केंद्र, जिसमें टेलस्ट्रा कपंनी के स्वामित्व वाली एक प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई संचार प्रदाता कपंनी और अमेजन वेब सेवा के प्रमुख सर्वर हैं. ज़ूम की उत्पाद विकास टीम चीन में "बड़े पैमाने पर" चीन में तैनात है, जो अनुसंधान और विकास केंद्र संचालित करती है. वो चीन में कितनी स्वतंत्र है? ये भी जानना बहुत आवश्यक है. वहीं, इस बीच, 9 जुलाई को समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय सेना ने अपने कर्मियों को जूम सहित अपने मोबाइल से 89 एप्स को हटाने के लिए कहा है.

पटना: कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 'जूम एप' को लेकर कई सवाल उठाएं है. कैट ने कहा कि भारत से प्राप्त डाटा को क्या जूम भारत में रखता है? किसी अन्य देश में रखा जाता है, क्या भारत से प्राप्त डाटा चीन में जूम के सर्वर के मार्फत आगे जाता है? इसको नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उधर दूसरी तरफ अमरीका और अन्य देशों ने डेटा की सुरक्षा के बारे में जूम पर गंभीर सवाल उठाए हैं. वहीं, भारत के व्यापारियों के लिए चिंता का विषय है. इसलिए कैट ने एक बार फिर जूम पर सरकार के तरफ से प्रतिबंध लगाने की अपनी मांग को दोहराया है.

कैट बिहार चेयरमैन कमल नोपानी और कैट अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि जूम का बयान चीनी विदेशी कार्यालय के उस बयान के समान है, जिसमें कहा कि वे शांतिप्रिय लोग हैं और गलवान घाटी अनादि काल से उनकी है. उन्होंने आगे कहा कि ये बहुराष्ट्रीय कंपनियों और देशों के बीच एक सामान्य चलन बन गया है कि वो बयान जारी कर अपने गलत फैसलों को भी सही ठहराने की कोशिश करते हैं. लेकिन इस मामले में प्रमुख सवाल ये है कि क्या जूम पर अर्जित भारत का डेटा चीन को, चीन के माध्यम से अन्य देशों को भेजा जाता है? जूम ये बताने में असफल रहा है कि भारतीय डाटा को कहां रखता है?और उसका क्या उपयोग हो रहा है?

'जूम डाटा तो साझा नहीं कर रहा?'
कैट मगध प्रमंडल अध्यक्ष सुदामा कुमार और मुंगेर प्रमंडल अध्यक्ष अवध किशोर प्रसाद ने कहा कि उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी के अनुसार जूम का सॉफ्टवेयर चीन में तीन कंपनियों के मदद से विकसित किया गया है. जिन्हें रुआंशी सॉफ्टवेयर के रूप में जाना जाता है, जिनमें से केवल दो कंपनियां ही जूम के स्वामित्व में हैं. तीसरी कंपनी का स्वामित्व जिसे अमेरिकी क्लाउड वीडियो सॉफ़्टवेयर टेक्नोलॉजी के रूप में भी जाना जाता है. जूम का मालिक कौन है? ये अज्ञात है. वर्तमान में जूम के 700 से अधिक कर्मचारी चीन में हैं, जो असामान्य नहीं है. चीन में अमेरिका की तुलना में वेतन बहुत कम है. लेकिन जूम ये नहीं बता पा रहा है कि क्या चीनी सरकार की ओर से जूम पर दबाव बनाने और प्रभावित करने पर जूम क्या कर रहा है? कहीं चीन के दबाव में जूम डाटा तो साझा नहीं कर रहा?

'चीन में कितनी स्वतंत्र हैं?'

मुंगेर के प्रमंडल अध्यक्ष ने कहा कि जूम के चीन डाटा केंद्र, जिसमें टेलस्ट्रा कपंनी के स्वामित्व वाली एक प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई संचार प्रदाता कपंनी और अमेजन वेब सेवा के प्रमुख सर्वर हैं. ज़ूम की उत्पाद विकास टीम चीन में "बड़े पैमाने पर" चीन में तैनात है, जो अनुसंधान और विकास केंद्र संचालित करती है. वो चीन में कितनी स्वतंत्र है? ये भी जानना बहुत आवश्यक है. वहीं, इस बीच, 9 जुलाई को समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय सेना ने अपने कर्मियों को जूम सहित अपने मोबाइल से 89 एप्स को हटाने के लिए कहा है.

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