बेतिया: बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को यहां आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले चुनावी रैलियों में लाठी पिलावन की बात होती थी, लेकिन आज जंगलराज वाले युवराजों को भी मुखौटा लगाकर विकास की बात करनी पड़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीति की संस्कृति, चेहरा बदल दिया है.
'उस दौर में लोग शाम होते घरों में कैद हो जाते थे. उन्होंने शहाबुद्दीन का नाम लेते हुए कहा कि ऐसे लोग लालू प्रसाद के राज में खुलेआम घूमते थे, नीतीश कुमार के राज के बाद ही जेल भेजा गया'- जेपी नड्डा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, बीजेपी
10 लाख नौकरी पर कटाक्ष
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का हाल यह हो गया है कि मोदी का विरोध करते-करते ये देश का विरोध करने लगे. साथ ही उन्होंने तेजस्वी के 10 लाख लोगों को नौकरी देने के वादों पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि नौकरी देने वालों को पहले ये बताना चाहिए कि 25 लाख लोगों के पलायान का दोषी कौन है. आज जो कोरोना काल की बात कर रहे हैं, उन्हें यह बताना चाहिए वे कोरोना काल में कहां थे. उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी कोरोना संक्रमण काल के प्रारंभ के दौर में दिल्ली में बैठे थे, क्योंकि तेजस्वी को कोरोना से डर लगता है.
नड्डा ने आगे कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता का अनुपस्थित होना बिहार की जनता के साथ धोखा है. इसलिए ऐसे लोगों को आराम दीजिए और मेहनत करने वाले नीतीश कुमार जी को काम दीजिए. नड्डा ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जंगलराज के लोग क्या जानें कि विकास क्या होता है.