पटना: हम सब की इच्छा होती है कि हमारी गाड़ी पर जो नंबर प्लेट (Number Plate) हो, वह हमारी पसंद का हो. वैसे तो भारत में मनपसंद नंबर लेने के लिए एक तय कीमत चुका कर आप नंबर प्लेट ले भी सकते हैं, लेकिन वह अंक यानी डिजिट में ही होता है. मगर सोचिए अगर नंबर प्लेट पर आपका नाम या आपके जिले का नाम या राज्य का नाम या फिर कोई पसंद का खास नाम लिखा हो तो कितना मजा आएगा. भारत में तो फिलहाल ये संभव नहीं है, लेकिन अगर आप कनाडा (Canada) में रहते हैं तो नंबर प्लेट पर कुछ भी लिखवा सकते हैं. हां उसके लिए आपको थोड़ी जेब ढीली करनी पड़ेगी. कनाडा में आप चाहें तो नंबर प्लेट पर अपना नाम या प्रदेश का नाम या फिर देश का नाम लिखकर चल सकते हैं. खास बात ये है कि ये पूरी तरह वैध (Valid) है. ऐसा करने के बाद बगैर ट्रैफिक पुलिस से डरे हुए आराम से बचकर चल सकते हैं.
ये भी पढ़ें: बंद हो रहे हैं बिहार के 15 जिलों के दूरदर्शन केंद्र, जानें वजह
कनाडा के रहने वाले पटना (Patna) के बश्शार हबीबुल्ला (Bashshar Habibullah) भी ऐसे ही बिहारी हैं, जिन्होंने अपनी पसंद का नंबर प्लेट लगवाया है. उन्होंने अपनी गाड़ी पर BIHAR लिखवाया है. काफी गर्व और खुशी से वो इस नंबर प्लेट वाली गाड़ी से चलते हैं. वे कहते हैं, '2018 में जब पहली बार कनाडा आया था तो मैंने बहुत सारी गाड़ियों में पर्सनलाइज नंबर प्लेट लगा हुआ देखा. किसी की गाड़ी में किसी का नाम लिखा था, कोई जिसका फैन है तो उसका नाम लिखवा रखा था और किसी ने अपने राज्य का नाम लिखा रखा था. इसे देखकर मैं बहुत खुश हो गया, क्योंकि हिंदुस्तान की तरह अलग-अलग नंबर से खेलकर पसंद का नाम लिखने की जरूरत नहीं है.'
- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="">
कनाडा के विनिपेग (Winnipeg) शहर में रह रहे बश्शार बताते हैं कि मैंने तय कर लिया जब भी गाड़ी खरीदूंगा तो मैं भी अपनी पसंद का ही नंबर प्लेट लगवाऊंगा. बहरहाल अभी कुछ महीने पहले जब मैंने गाड़ी खरीदी तो सोचा कि नंबर प्लेट पर कौन सा वर्ड (Word) लिखवाऊं. काफी सोचा तो जेहन में आया कि क्यों न बिहार (BIHAR) ही लिखवा दूं.
बश्शार कहते हैं, 'असल में विनिपेग शहर में मुझे बहुत गुजराती-पंजाबी और अलग-अलग कम्युनिटी के लोग मिले, लेकिन मुझे बिहारी सिर्फ 4 लोग ही मिले. काफी खोजने पर भी नहीं मिल रहे हैं तो सोचा कि क्यों न बिहार ही लगवा लूं. शायद इस वजह से जब गाड़ी से घूम रहा होऊंगा तो बिहारी देखते ही पहचान लेंगे कि मैं भी बिहार से ही हूं.'
कनाडा में भी दरअसल पर्सनलाइज नंबर प्लेट लगाने के लिए अलग-अलग नियम है. जिस विनिपेग शहर में बश्शार रहते हैं, वह मैनिटोवा (Manitoba) प्रांत की राजधानी है. बश्शार बताते हैं कि यहां नंबर प्लेट के लिए नियम बेहद आसान है, इसके लिए 100 डॉलर खर्च करने होते हैं. वे कहते हैं कि इसके लिए आप एमपीआई (MPI) के ऑफिस जाकर फॉर्म मांग लें या फिर वेबसाइट से उसे डाउनलोड कर सकते हैं. उस फॉर्म में अपने बारे में जरूरी जानकारी देनी है. ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) का नंबर, नाम और पता भरना होगा. इसके अलावे जो सबसे महत्वपूर्ण बात है, वो ये कि आपको अपनी पसंद का तीन नाम देना होगा, उसमें से जो किसी ने इस्तेमाल नहीं किया होगा वो आपको मिल जाएगा.
ये भी पढ़ें: पूर्णिया की बेटी बनी मिस इंडिया डेलीवुड, नैंसी रॉय ने बिहार का नाम किया रोशन
बश्शार कहते हैं कि उन्होंने तीन च्वाइस में बिहारी (BIHARI), बिहार (BIHAR) और पटना (PATNA) नाम दिया था. पूरा फॉर्म भरने के बाद जमा कर दें. इसके साथ 100 डॉलर फीस के तौर पर जमा कर दें. 2-3 महीने के अंदर आपके पते पर आपकी पसंद का नंबर प्लेट पहुंच जाएगा. वो कहते हैं कि नंबर प्लेट नहीं मिलता है तो समझ जाइये कि पहले से ही किसी ने वह नंबर प्लेट लगवा चुका है. हालांकि चिंता करने की जरूरत नहीं कि आपके पैसे नहीं कटेंगे. आप चाहें तो उस पैसे को इंश्योंरेंस में इस्तेमाल कर लें या फिर दोबारा से अप्लाई कर सकते हैं. बश्शार ने भी 3 बार आवेदन किया था.
बश्शार ये भी कहते हैं कि नंबर प्लेट आने के साथ ही सीधे आप उसे गाड़ी पर नहीं ले सकते हैं. वे कहते हैं कि नंबर प्लेट को लेकर आपको परिवहन विभाग के ऑफिस में जाकर ये बताना होगा कि आप किस गाड़ी में इसे लगाने वाले हैं, उस गाड़ी की भी पूरी जानकारी देनी होगी. वे कहते हैं कि एक बार जब नंबर मिल जाएगा तो फिर किसी भी स्टेट में इस नंबर प्लेट वाली गाड़ी से आप घूम सकते हैं. गाड़ी बेच भी देंगे तो नंबर प्लेट आप दूसरी गाड़ी पर भी लगवा सकते हैं. बश्शार कहते हैं कि जब वो खुद BIHAR लिखा हुआ नंबर प्लेट की गाड़ी से चलते हैं तो दिल खुश हो जाता है और बिहारी होने पर गर्व का एहसास होता है.