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संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रकोष्ठ और पटना नगर निगम के बीच करार, इनके लिए रोजगार के खुले द्वार

पटना नगर निगम और UNFPA की तरफ से महिलाओं के उत्थान के लिए एक पहल शुरू की गई है. इसके तहत पटना नगर निगम एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रकोष्ठ (UNFPA) के बीच एक करार किया गया है. जिसमें सफाई कर्मचारियों के घर की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.

महिलाओं को मिलेगा रोजगार
महिलाओं को मिलेगा रोजगार
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Published : Oct 8, 2021, 5:05 PM IST

पटना: राजधानी पटना के होटल मौर्या (Hotel Maurya in Patna) में 8 अक्टूबर को पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रकोष्ठ (UNFPA) के बीच एक करार किया गया. स्लम के विकास, सफाई कर्मियों की कपैसिटी बिल्डिंग, सफाई कर्मियों के आश्रितों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए एक करार किया गया. अनुबंध के तहत मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों की गरिमा, स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करना है.

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होटल मौर्या में आयोजित कार्यक्रम में दोनों पक्षों के बीच कार्यादेश (Work Order) का आदान-प्रदान किया गया. इसके साथ ही स्लम की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए मशीनें उपलब्ध करवाई गईं.

देखें वीडियो

पटना नगर निगम एवं UNFPA द्वारा समग्र परिवर्तन, बढ़ते कदम उन्नति की ओर कार्यक्रम के अंतर्गत स्वछांगिनी मशीनीकृत सफाई की ओर एक पहल कार्यक्रम का उद्धाटन किया गया. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, UNFPA भारत के प्रतिनिधि एवं भूटान के कंट्री डायरेक्टर राम हरिदास भी उपस्थित रहे.

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इस कार्यक्रम में महापौर सीता साहू ने अध्यक्षता की. इसके साथ ही रजनी देवी एवं पटना नगर निगम के माननीय पार्षदों ने इसमें हिस्सा लिया. स्वछांगिनी कार्यक्रम के अंतर्गत मलिन बस्ती की वैसी महिलाओं जो खुद या उनके परिवार के सदस्य सफाई कर्मचारी हैं, उनका एक संगठन तैयार कर उनके द्वारा मेकेनाइज्ड तरीके से शहर के नालों एवं सेप्टिक टैंक की सफाई की जानी है.

इसका मुख्य उद्देश्य मलिन बस्ती की महिलाओं को संगठित कर उनके जीविकोपार्जन के एक स्थायी स्रोत को पैदा करना है. महिलाओं को गरिमा के साथ काम करने का अनुभव प्राप्त कराना है. इस कार्यक्रम के तहत भारत सरकार की संस्था 'नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन' के माध्यम से नालों एवं सेप्टिक टैंक की सफाई की व्यवस्था की गई है.

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कार्यक्रम के तहत मेकेनाइज्ड सफाई हेतु 21 मशीनों को कम ब्याज दर से लोन पर लिया गया है. इन मशीनों को सहकारी समिति की महिलाओं का 5-5 का समूह बना कर संचालन करने के लिए दिया जायेगा. कार्यक्रम के प्रथम चरण में कुल 25 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. अगले चरण में 25 और महिलाओं को प्रशिक्षण देते हुए सहकारी समिति का सदस्य बनाया जायेगा एवं उन्हें 5 मशीनें संचालन हेतु उपलब्ध करायी जाएंगी. कुल 100 महिलाओं को जीविकोपार्जन हेतु इस कार्य में प्रशिक्षित कर शामिल किया जायेगा.

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होटल मौर्या में आयोजित कार्यक्रम में दोनों पक्षों के बीच कार्यादेश (Work Order) का आदान-प्रदान किया गया. इसके साथ ही स्लम की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए मशीनें उपलब्ध करवाई गईं.

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पटना नगर निगम एवं UNFPA द्वारा समग्र परिवर्तन, बढ़ते कदम उन्नति की ओर कार्यक्रम के अंतर्गत स्वछांगिनी मशीनीकृत सफाई की ओर एक पहल कार्यक्रम का उद्धाटन किया गया. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, UNFPA भारत के प्रतिनिधि एवं भूटान के कंट्री डायरेक्टर राम हरिदास भी उपस्थित रहे.

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इसका मुख्य उद्देश्य मलिन बस्ती की महिलाओं को संगठित कर उनके जीविकोपार्जन के एक स्थायी स्रोत को पैदा करना है. महिलाओं को गरिमा के साथ काम करने का अनुभव प्राप्त कराना है. इस कार्यक्रम के तहत भारत सरकार की संस्था 'नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन' के माध्यम से नालों एवं सेप्टिक टैंक की सफाई की व्यवस्था की गई है.

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