पटना: मंगलवार देर रात हुई तेज बारिश के कारण शहर में बाढ़ का खतरा एक बार फिर से बढ़ गया है. गंगा में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिसका नतीजा है कि नदी से सटे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. शहर के अलखनाथ, उमानाथ और सीढ़ी घाट की सभी सीढ़ियां डूब गई हैं, जिस कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
गांव में घुसा गंगा का पानी
बाढ़ प्रखंड के पछियारी मलाही गांव में गंगा का पानी तेजी से घुस रहा है. यहां की सड़कें, स्कूल और घर सभी डूब चुके हैं, ग्रामीण बेघर हो गए हैं. उन्हें रहने के लिए सुरक्षित स्थान नहीं मिल पा रहा है. पशुओं को आधा पेट खाना खिलाकर ऊंची जगहों पर बांधने को मजबूर हैं.
लोगों को हो रही है दिक्कत
ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ का खतरा बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों के पास रहने के लिए सुरक्षित जगह नहीं है और न ही खाने के लिए ढंग का खाना, सभी जैसे-तैसे अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं.
ग्रामीणों में सरकार के प्रति गुस्सा
वहीं, सरकारी लाभ नहीं मिलने के कारण यहां के ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति गुस्सा है. आक्रोशित ग्रामीणों ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. साथ ही उन्होंने मांग की है कि सरकार की तरफ से उन्हें उचित लाभ दिया जाए.
सरकारी सुविधा की आस
गौरतलब है कि इस गांव के लोगों का जीवन खेती पर निर्भर है, लेकिन गांव में बाढ़ का पानी घुसने के कारण सभी भूखे-प्यासे जीवन गुजारने को मजबूर हैं. प्रभावित लोग सड़क के किनारे सरकारी सुविधा की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से इन्हें किसी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है.