रोहतास: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को आईआरसीटी मामले में कोर्ट से मिले राहत पर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (JDU Parliamentary Board President Upendra Kushwaha) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रह-रह कर न जाने सीबीआई को क्या हो जाता है?. बेवजह बेतुके बातों को लेकर सीबीआई फिर कोर्ट चली गई थी. लेकिन माननीय न्यायालय ने अपना स्टैंड बनाए रखा. कोर्ट द्वारा तेजस्वी यादव को अपने बयानों में संयम रखने के निर्देश के मामले पर उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति एक-दूसरे से संयमित भाषा का उम्मीद रखता है. हम सब लोगों को अपनी भाषा की मर्यादा बनाए रखने की जरूरत है.
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'कोर्ट ने अपना स्टैंड पूरी तरह से साफ रखा है. बेवजह सीबीआई द्वारा मामले को तूल देने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में यह कोई तथ्यपरक बात ही नहीं है. पक्ष-प्रतिपक्ष पर भाषाई मर्यादा बनाए रखने की बात कही है.' - उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू संसदीय बोर्ड
उपेंद्र कुशवाहा ने CBI पर साधा निशाना : बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा सासाराम में स्थानीय नेता शिवशंकर कुशवाहा के यहां पहुंचे थे. जहां जदयू कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर स्वागत किया. उन्होंने शिवशंकर कुशवाहा के निजी परिसर में कार्यकर्ताओं से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने ये बातें कही. गौरतलब है कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को IRCTC घोटाले में बड़ी राहत मिली है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई की सिफारिश को नकारते हुए तेजस्वी यादव की जमानत खारिज करने से इनकार कर (No Ground For Cancelling Tejashwi Bail) दिया. हालांकि, कोर्ट ने तेजस्वी को फटकार लगाते हुए आगे से ऐसे बयान न देने के लिए कहा है.
तेजस्वी को CBI कोर्ट ने दी चेतावनी : गौरतलब है कि सीबीआई की एक विशेष अदालत (Tejashwi Bail in IRCTC Scam) ने मंगलवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को 'सीबीआई के खिलाफ बोलने से पहले सोचने' की चेतावनी दी. अदालत आईआरसीटीसी घोटाला मामले से संबंधित भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम मामले में उनकी जमानत रद्द करने की सीबीआई की याचिका पर सुनवाई कर रही थी. दरअसल आईआरसीटीसी घोटाला 2004 से 2009 के बीच हुआ, जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे.
क्या है IRCTC होटल घोटाला : उनके कार्यकाल में दो होटलों को बिना नियमों का पालन किए लीज पर दे दिया गया. एक होटल सरला गुप्ता को आवंटित किया गया था, जो लालू प्रसाद के करीबी दोस्त प्रेम गुप्ता की पत्नी हैं. वे उस समय राज्यसभा सांसद भी थे. मामले में लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, प्रेम गुप्ता, सरला गुप्ता, रेलवे अधिकारी राकेश सक्सेना और पी के गोयल आरोपी हैं.तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव, मीसा भारती, हेमा यादव, राबड़ी देवी और अन्य आईआरसीटीसी घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे थे. सीबीआई ने तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ 2017 में एफआईआर दर्ज की थी और अदालत ने 6 अक्टूबर 2018 को उन्हें जमानत दे दी थी.