पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ( Upendra Kushwaha ) ने कहा है कि जातीय जनगणना ( Caste Census ) का प्रकाशन जरूरी है, जब भी जनगणना हो उसमें जाति का जिक्र होना जरूरी है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कहा है कि जातीय जनगणना नहीं होगा, उसी पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह पता चलना जरूरी है कि ओबीसी कितने हैं, क्योंकि योजना तभी सही ढंग से बन सकता है जब उनकी संख्या का पता चले. केवल मैं ही यह नहीं कह रहा हूं. सुप्रीम कोर्ट तक ने इस बात पर जोर दिया है.
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'ओबीसी और अन्य जातियां, जिन्हें आरक्षण मिला है उनकी संख्या का पता चलना जरूरी है. जिससे उनके लिए विकास की योजना सही ढंग से बनाया जा सके और यह नहीं होने से उन्हें नुकसान हो रहा है. नीतीश कुमार ने भी कई बार बयान दिया है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए. विधानसभा में भी इसका प्रस्ताव पास करा कर केंद्र को भेजा गया था.'- उपेंद्र कुशवाहा, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष
वहीं, तेजस्वी यादव को आरजेडी में बड़ी जिम्मेवारी देने की चर्चा पर जेडीयू नेता ने कहा कि यह उनकी पार्टी का मामला है. ऐसे आज भी आरजेडी को तेजस्वी यादव ही चला रहे हैं और चला ऐसे रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की तस्वीर भी गायब कर दे रहे हैं.
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वहीं लोजपा सांसद चिराग पासवान के द्वारा नालंदा में अपनी आशीर्वाद यात्रा शुरू करने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी है और कोई भी कहीं पर यात्रा निकाल सकता है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान पहले अपना घर बचाएं, जो टूट गया है. दूसरों की चिंता छोड़ दें. चिराग पासवान की यात्रा को गंभीरता से कौन ले रहा है.
वहीं, 31 जुलाई को होने वाली राज्य कार्यकारिणी की बैठक को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी तक एजेंडा तय नहीं हुआ है इसीलिए किसी भी विषय पर चर्चा हो सकती है. 'बड़ी जिम्मेवारी' मिलने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी भी मेरे पास बड़ी जिम्मेदारी है.