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STET परीक्षा उतीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना जारी, मेरिट के आधार पर नियोजन की सरकार से कर रहे हैं मांग - patna news

बिहार में शिक्षकों नियोजन का कार्य हो रहा है. इसके बावजूद शिक्षक अभ्यर्थी धरने पर बैठे (Teacher Candidate Sitting on Dharna in Patna) हैं. खासकर वर्ष 2019 में एसटीईटी परीक्षा पास किए हुए सैकड़ों अभ्यर्थियों में सरकार के प्रति काफी आक्रोश है. उनका कहना है कि सरकार हम लोगों का नियोजन नहीं कर रही है. पढ़ें पूरी खबर...

शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना जारी
शिक्षक अभ्यर्थियों का धरना जारी
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Published : Jun 8, 2022, 4:26 PM IST

पटना: बिहार में शिक्षक नियोजन का काम (Teacher Recruitment in Bihar) जारी है, बावजूद इसके अभी भी सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरना स्थल पर बैठे हुए हैं. वर्ष 2019 में एसटीईटी परीक्षा पास किए हुए सैकड़ों अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार उन का नियोजन नहीं कर रही है. और यही कारण है कि हम लोग गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं. बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों से आए शिक्षक अभ्यर्थियों का मानना है कि सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. जबकि अभी तक 4 सालों में हम लोगों का नियोजन नहीं किया जा रहा है, जो कि गलत है.

ये भी पढ़ें- शिक्षक नियोजन पर सरकार के कदम से अभ्यर्थी खुश, कहा- अधिसूचना जारी नहीं हुई तो फिर उठाएंगे कदम

सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी घरना पर बैठे: धरना स्थल पर बुधवार 8 जून को शिक्षक अभ्यर्थियों ने बाल मुंडन भी करवाया. समस्तीपुर से आए अभिषेक कुमार झा ने कहा कि सरकार से हम सिर्फ इतना ही मांग करते हैं कि हम लोगों का नियोजन जल्द से जल्द कर दिया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में हम लोग एसटीईटी परीक्षा उतीर्ण किए थे, और आज तक हम लोगों की बहाली नहीं की गई है. जो कि एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी के साथ सरासर अन्याय है. वही बात कैमूर से आए हुए अशोक कुमार गुप्ता भी कहते हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार हम लोगों का नियोजन नहीं करेगी, तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा.

'सरकार अब नॉन मेरिट और मेरिट वाले अभ्यर्थियों को एक ही तरह का मानती है, जो कि गलत है. हम लोगों ने वर्ष 2019 में एसटीईटी का परीक्षा उत्तीर्ण किया और मेरिट वाले लिस्ट में हम लोग हैं. इसके बावजूद सरकार किसी भी तरह की सहूलियत देने की बात नहीं कर रही है, जो कि गलत है. हम लोग चाहेंगे कि जल्द से जल्द हम लोगों को नियोजन में सहूलियत दे कर के हम लोगों की बहाली की जाए' - रूपेश कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

सातवें चरण की बहाली शुरू होगी: गौरतलब है कि बिहार में अभी शिक्षा विभाग की ओर से छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया समाप्त कर ली गयी है. वहीं, 7 वें चरण के नियोजन (Seventh Phase Teacher Recruitment) को लेकर मांग भी उठने लगी है. इसी बीच जदयू के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Chowdhury) ने कहा था कि रिक्तियों की संख्या मालूम होने के बाद सातवें चरण के नियोजन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. बता दें कि सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की तिथि घोषित करने की मांग पर पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने हाल ही में कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना था कि सरकार हम लोगों के साथ अन्याय कर रही है.

ये भी पढ़ें- सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की तिथि घोषित करने की मांग, पटना में अभ्यर्थियों का धरना का 17 वें दिन भी जारी

ये भी पढ़ें- पटना में सातवें चरण के नियोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थी

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पटना: बिहार में शिक्षक नियोजन का काम (Teacher Recruitment in Bihar) जारी है, बावजूद इसके अभी भी सैकड़ों की संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरना स्थल पर बैठे हुए हैं. वर्ष 2019 में एसटीईटी परीक्षा पास किए हुए सैकड़ों अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार उन का नियोजन नहीं कर रही है. और यही कारण है कि हम लोग गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं. बड़ी संख्या में विभिन्न जिलों से आए शिक्षक अभ्यर्थियों का मानना है कि सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है. जबकि अभी तक 4 सालों में हम लोगों का नियोजन नहीं किया जा रहा है, जो कि गलत है.

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सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थी घरना पर बैठे: धरना स्थल पर बुधवार 8 जून को शिक्षक अभ्यर्थियों ने बाल मुंडन भी करवाया. समस्तीपुर से आए अभिषेक कुमार झा ने कहा कि सरकार से हम सिर्फ इतना ही मांग करते हैं कि हम लोगों का नियोजन जल्द से जल्द कर दिया जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में हम लोग एसटीईटी परीक्षा उतीर्ण किए थे, और आज तक हम लोगों की बहाली नहीं की गई है. जो कि एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी के साथ सरासर अन्याय है. वही बात कैमूर से आए हुए अशोक कुमार गुप्ता भी कहते हैं. उनका कहना है कि जब तक सरकार हम लोगों का नियोजन नहीं करेगी, तब तक हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा.

'सरकार अब नॉन मेरिट और मेरिट वाले अभ्यर्थियों को एक ही तरह का मानती है, जो कि गलत है. हम लोगों ने वर्ष 2019 में एसटीईटी का परीक्षा उत्तीर्ण किया और मेरिट वाले लिस्ट में हम लोग हैं. इसके बावजूद सरकार किसी भी तरह की सहूलियत देने की बात नहीं कर रही है, जो कि गलत है. हम लोग चाहेंगे कि जल्द से जल्द हम लोगों को नियोजन में सहूलियत दे कर के हम लोगों की बहाली की जाए' - रूपेश कुमार, शिक्षक अभ्यर्थी

सातवें चरण की बहाली शुरू होगी: गौरतलब है कि बिहार में अभी शिक्षा विभाग की ओर से छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया समाप्त कर ली गयी है. वहीं, 7 वें चरण के नियोजन (Seventh Phase Teacher Recruitment) को लेकर मांग भी उठने लगी है. इसी बीच जदयू के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षा मंत्री विजय चौधरी (Education Minister Vijay Chowdhury) ने कहा था कि रिक्तियों की संख्या मालूम होने के बाद सातवें चरण के नियोजन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. बता दें कि सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की तिथि घोषित करने की मांग पर पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने हाल ही में कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का कहना था कि सरकार हम लोगों के साथ अन्याय कर रही है.

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