पटना: बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Bihar Revenue and Land Reforms Department) का भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय (Directorate of Land Records and Perimeter) विशेष सर्वेक्षण के काम के लिए करीब 2500 सर्वेक्षण कर्मियों की जल्द ही बहाली करने जा रही है. यह बहाली पूर्व की भांति भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा की जाएगी. सभी पद संविदा के होंगे. सारे आवेदन ऑनलाइन मंगाए जाएंगे.
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भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक श्री जय सिंह ने बताया कि पहले चरण में 4628 कर्मियों की बहाली हुई थी. जबकि, स्वीकृत पद 6875 है. इसमें कई अब सेवा में नहीं हैं. कई पद रिक्त भी रह है. उन्हीं पदों को भरने के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
'कर्मियों की कमी से दूसरे चरण के सर्वेक्षण का काम शुरू नहीं हो पा रहा है. इसीलिए बहाली का निर्णय लिया गया है. हमलोग ने हाल ही में 409 राजस्व अधिकारियों समेत कई कर्मियों को अंचलों एवं दूसरे राजस्व कार्यालय में तैनात किया है. विशेष सर्वेक्षण कर्मियों का चयन होने से भूमि सर्वेक्षण का काम तेज रफ्तार से किया जा सकेगा.' - रामसूरत कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री
किसी मानवीय हस्तक्षेप के सभी की छंटनी कम्प्यूटर के सहारे की जाएगी. बहाली अंकों के आधार पर होगी. बहाली की प्रक्रिया इसी साल पूरी कर ली जाएगी.
गौरतलब है कि भूमि सर्वेक्षण के लिए सरकार द्वारा संविदा आधारित 6875 पद सृजित किए गए थे. इसमें विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के 275, कानूनगो के 550 पद, विशेष सर्वेक्षण अमीन के 4950 पद और लिपिक के 550 पद हैं. इसके अतिरिक्त अलग से 550 संविदा अमीन की रिक्ति भी वर्ष 2019 में निकाली गई थी.
चयन के बाद वर्ष 2020 के जुलाई माह में सभी विशेष सर्वेक्षण कर्मियों की फील्ड में तैनाती कर दी गई. तैनाती के बाद से कई कर्मियों की सेवा कई कारणों से समाप्त हो गई है. कुछ को फर्जी कागजात के कारण तो कुछ को काम में लापरवाही बरतने के चलते. कुछ ने दूसरी जगह बेहतर मौका पाकर पदत्याग कर दिया. हाल ही में विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियो में से 65 का चयन बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक अभियंता के नियमित पद पर हो गया है.
फरवरी तक इनके पदत्याग करने से 65 पद रिक्त होने वाले हैं. इसी तरह फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने वाले करीब 200 अमीन को पिछले माह ही सेवा मुक्त कर दिया गया है. इन वजहों से विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के 275 पद के विरूद्ध मात्र 211, कानूनगो के 550 पद के विरूद्ध 336, विशेष सर्वेक्षण अमीन के 4950 पद के विरूद्ध 3264, लिपिक के 550 पद के विरूद्ध 340 एवं संविदा अमीन के 550 पद के विरूद्ध मात्र 477 अमीन ही कार्यरत हैं. शेष पदों के लिए विज्ञापन निकालकर जल्दी ही उसपर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की दी जाएगी. फिलहाल बिहार के 20 जिलों में भूमि सर्वेक्षण का काम चल रहा है. इस वर्ष शेष 18 जिलों में भी सर्वे का काम शुरू किया जाना है. किंतु कर्मियों की कमी की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है. इन पदों पर नियुक्ति के बाद सभी जिलों में भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू करना संभव हो पाएगा.
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