पटना: महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का पीएमसीएच में निधन हो गया. वशिष्ठ नारायण सिंह का पूरा जीवन गुमनामी और अंधेरे में ही बीत गया. उनके निधन के बाद बहुत ही मार्मिक तस्वीर सामने आई है. इतने बड़े शख्सियत के निधन के बाद पीएमसीएच प्रशासन ने उनके शव को बिना किसी व्यवस्था के अस्पताल परिसर में वैसे ही छोड़ दिया. अस्पताल प्रबंधन ने शव ले जाने के लिए एंबुलेंस तक मुहैया नहीं कराई.
उपेंद्र कुशवाहा ने जताई नाराजगी
इस बात को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर सरकार से जमकर नाराजगी जताई है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार वशिष्ठ बाबू के निधन पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. उन्हें स्वास्थ्य विभाग और पीएमसीएच की कुव्यवस्था से कोई मतलब नहीं है. अध्यक्ष ने पीएमसीएच की कुव्यवस्था को असहनीय बताया.
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2 घंटे बाद खुली सरकार की नींद
मीडिया में अस्पताल प्रबंधन के कुव्यवस्थआ की खबर चलने के बाद बिहार सरकार हरकत में आई और तब जाकर वशिष्ठ नारायण सिंह के परिजनों को अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस मुहैया कराई. जानकारी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जाप संरक्षक पप्पू यादव और प्रदेश के अन्य नेता वशिष्ठ नारायण को श्रद्धांजलि देने अशोक राजपथ स्थित कुलहड़िया पैलेस पहुंचे. सभी ने वशिष्ठ नारायण के निधन को अपूरणीय क्षति बताया.
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