पटना: कोरोना अब तक एक अबूझ पहेली बनी हुई है. राज्य में आए दिन कोरोना के नए मामले देखने को मिल रहे हैं. पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह ने सरकार से मांग की. उन्होंने कहा कि रैपिड किट के जरिए कोरोना की एंटीबॉडी और एंटीजन जांच कॉमन की जाए और यह जांच करने की अनुमति सभी प्राइवेट पैथोलॉजी को दी जाए.
'कोरोना कंट्रोल करने के लिए जनता को करें शामिल'
डॉक्टर एसएन सिंह ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है. यहां सरकार बनाने और सरकार चलाने में जनता की भागीदारी होती है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों में भी जनता इंवॉल्वड रहती है. इस कारण सरकार को कोरोना कंट्रोल करने के लिए जनता को शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार सेलेक्टेड लैब में कोरोना का आरटी पीसीआर जांच करा रही है ये एक सही कदम है.
'छोटे पैथोलॉजी लैब को दी जाए अनुमति'
एसएन सिंह ने कहा कि इसके अलावा सरकार को जितने भी छोटे पैथोलॉजी लैब है, उन्हें रैपिड किट के माध्यम से कोरोना के एंटीजन और एंटीबॉडी टेस्ट की अनुमति दे देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार यह पहल शुरू करती है तो कोरोना वायरस को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी.
'कोरोना जांच को रूटीन जांच बनाए सरकार'
विभागाध्यक्ष ने कहा कि चीन ने इसी तरह की पहल कर अपने देश में बीमारी को कंट्रोल कर लिया. वहां टेस्ट के लिए सभी को अनुमति दे दी गई. उन्होंने कहा कि रैपिड जांच अगर सभी जगह होने शुरू हो जाएगी तो लोग सही समय पर बीमारी की पहचान कर सकेंगे. इससे बीमारी का उपचार भी सटीक होता है. उन्होंने कहा कि सरकार को अब कोरोना जांच को रूटीन जांच बना देना चाहिए.
रैपिड एंटीजन टेस्ट और एंटीबॉडी जांच से कोरोना की जांच
कोरोना जांच की दिशा में विभागाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह ने अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसी को कोरोना का संदेह होता है, तो वे फौरन रैपिड एंटीजन टेस्ट करा सकता है. अगर उसमें रिपोर्ट नेगेटिव रही तो 2 दिन बाद फिर से एंटीबॉडी जांच कराई जा सकती है, इससे आसानी से कोरोना के बारे में पता चल जाएगा.